Atique Ahmed के गुर्गे की मां का दर्द…नालायक बेटे की सजा उन्हें क्यों मिली?
शूटर गुलाम की मां में दर्द का सैलाब… वो डुबती चली गई !
उमेशपाल की हत्या में बेटा कसूरवार… बेटे की सजा के लिए मां क्यों होना पड़ा तैयार !
मां को मालूम है ‘नालायक’ बेटा होगा ढेर… लेकिन उसके जेहन में आया सवाल… वो क्यों बन गई कसूरवार !
ये जो महिला है… इन्हें देख क्या लगता है… क्या कोई कसूर किया होगा… लेकिन कसूरवार जैसा ट्रीट हो गया… क्योंकि एक बेटा नालायक निकल गया… एक लायक बेटा पास में है मां को ढांढस बंधा रहा है… मां का दिल टूटा जा रहा है… उसके नालायक बेटे ने ऐसा क्यों किया… इस मां के बेटे ने किसी मां के बेटे और किसी के पति की प्रयागराज में दिनदहाड़े हत्या कर दी… और दिल टूट इसलिए भी रहा है… अब कहां जाएंगी…आखों के सामने घर जमीदोंज हो रहा है… किया बेटे ने… बुढापे में मां भूगत रही है… भाई भुगत रहा है… दोनों एक-दूसरे से चिपटे हुए हैं… दोनों का दर्द एक सिमटा हुआ है… लेकिन जिसने किया वो कसूरवार पुलिस के हाथ अब तक नहीं आया…. तो कसूरवार औपचारिक तौर पर मां बन गई है… मां रो रही हैं… टूट रही है… बुढ़ापे में दर्द को झेल रही है… दर्द इस बात की बेटा से निकलकर नालायक हो गया… दर्द इस बात कभी ना कभी धरा जाएगा… हो सकता है ढेर हो जाएगा… दर्द इस बात अब इस बुढापे में जाए तो जाए कहा… घर टूट गया… किस्मत रुठ गई… जिंदगी लाचार सी हो गई हैं…. और इस लाचारगी में उनकी बेचारगी तमाशाई हो गई… अपने लिए सरकार की आंखों में जज्बात को ढूंढ रही है… पुलिस के अंदर भावनाओं की तलाश में रही है… लेकिन क्या करे अनौपचारिक तौर पर कसूरवार हो गई… अधिकारिक नहीं… ये जो तस्वीर दिख रही है… उससे तो दिखता है… मां भी कसूरवार है… भाई भी कसूरवार… कसूर ना होते हुए भी कसूरवार है…
प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के शूटर मोहम्मद गुलाम का घर को 20 मार्च को बुलडोजर से ढहा दिया गया… घर से सटे उसके 10 कमरे वाले लॉज को भी गिराया गया… गुलाम पर 5 लाख रुपए का इनाम है… वो 25 दिन से फरार है… उमेश शूटआउट के समय गुलाम दुकान में सिर पर टोपी पहनकर खड़ा था… उसने दुकान से निकलकर उमेश पर दूसरा फायर किया था। पहला फायर विजय चौधरी उर्फ उस्मान ने किया था…
बुलडोजर कार्रवाई के दौरान गुलाम की मां खुशनुदा ने कहा, “जिसकी उसके बेटे ने हत्या की है वह भी किसी का बेटा था… अगर पुलिस मेरे बेटे का एनकाउंटर कर दे, तो मैं उसकी लाश लेने नहीं आऊंगी… मुझे बहुत अफसोस है कि उमेश पाल हत्याकांड में मेरे बेटे का नाम आया है… गुलाम की मां ने आगे कहा, सरकार अगर घर न गिराती, तो अच्छा रहता…गुलाम से हमारा सीधे तौर पर कोई संबंध नहीं रह गया है। घर गिराने से परिवार के सभी सदस्य प्रभावित होंगे…
शूटर गुलाम का घर तेलियरगंज के रसूलाबाद घाट रोड पर है, जो लगभग 335 वर्गमीटर में बना है… इसकी कीमत 2 करोड़ रुपए आंकी गई है। गुलाम का मकान बिना नक्शा पास करवाए सरकारी जमीन पर बना है… PDA ने अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण का आदेश 13 मार्च को जारी किए थे… वहीं, घर से सटा हुआ लॉज है… इसके कमरों को गुलाम स्टूडेंट्स को किराए पर देता था… दोपहर 12 बजकर बीस मिनट बुलडोजर चलना शुरू हुआ, डेढ बजे तक घर और लॉज जमींदोज हो गया… और उसकी मां गिरते घरों को निहारते दर्द में डुबती जा रही थी… भाई एक बड़ी परेशानी जो उसके माथे पर चस्पा है… उसे हटाते नजर आया… और इन सबके बीच बस इन तस्वीरों को देख जेहन में सवाल आया… इनका क्या कसूर है…