लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने अपने निलंबित सांसदों की तुलना ‘जेबकतरे’ से कर दी । दरअसल अधीर रंजन चौधरी ने ये बात सात सांसदों के निलंबन को वापस लिए जाने की मांग करते हुए सदन में कही । उन्होंने कहा है कि कांग्रेस के 7 सदस्यों को एक साथ बाकी सत्र के लिए निलंबित किए जाने का कोई आधार नजर नहीं आता। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि प्रदर्शन के दौरान अन्य विपक्षी सदस्य भी थे लेकिन कारण पता नहीं है कि किस आधार पर कांग्रेस के सातों सदस्यों को निलंबित कर दिया गया। यह छोटी बात नहीं है। चौधरी ने कहा, ‘जेबकटुवा’ को फांसी के तख्त पर नहीं चढ़ाया जा सकता।

इस पर संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने चौधरी के बयान के संदर्भ में कहा, निलंबित सदस्यों की तुलना जेबकतरों से करना उचित नहीं लगता। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। हम इससे सहमत नहीं हैं । कांग्रेस सदस्यों के निलंबन को उचित ठहराते हुए जोशी ने कहा कि जब BJP विपक्ष में थी तो तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष लालकृष्ण आडवाणी हमेशा सदस्यों को आसन का अनादर करने वाली किसी भी बात से रोकते थे।

निलंबित किए गए कांग्रेस के इन सदस्यों में गौरव गोगोई, टी एन प्रतापन, डीन कुरियाकोस, राजमोहन उन्नीथन, बैनी बहनान, मणिकम टेगोर और गुरजीत सिंह औजला शामिल हैं। जेडीयू नेता राजीव रंजन ने भी चौधरी की टिप्पणी पर चुटकी लेते हुए कहा कि उन्होंने तो खुद अपने सदस्यों को ‘जेबकटुवा’ कह दिया यानी मान लिया कि उनसे गलती हुई है।