मुज़फ्फनगर : थाना भोपा क्षेत्र में उस समय हड़कंप मच गया जब लॉक डाउन के दौरान एक पूर्व प्रधान के यंहा इकट्ठा हुई बीड़ की सूचना पर  भीड़ को समझाने पहुंची  पुलिस टीम पर  मोहल्ले वासियों ने जानलेवा हमला कर दिया  पूर्व प्रधान और उसके  परिजनों द्वारा  एक दरोगा व दो सिपाहियों को  लाठी-डंडों व लोहे की रोड और पत्थरों से तब तक पीटा जब तक वे अब मरे नहीं हो गए मामले की सूचना पर पहुंची थाना पुलिस ने किसी तरह घायल पुलिसकर्मियों को जिला चिकित्सालय पहुंचाया जहां एक दरोगा में एक सिपाही की हालत को गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें हर सेंटर मेरठ रेफर कर दिया है दरोगा सिपाही की हालत गंभीर बनी हुई है घटना के बाद मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है हमलावर मौके से फरार हो गए हैं

 दरअसल मामला थाना भोपा क्षेत्र के गाँव मोरना का है जहां मोना चौकी प्रभारी लेखराज सिंह को सूचना मिली थी कि करहेड़ा मार्ग पर एक पूर्व प्रधान नाहर सिंह के यहां  लोगों की भीड़ इकट्ठा है  इसी सूचना पर  उप निरीक्षक लेखराज सिंह  दो पुलिसकर्मियों  रविवार जितेंद्र को साथ ले कर भीड़ को समझाने मौके पर पहुंचे और जैसे ही पुलिसकर्मी भीड़ को समझाने का प्रयास करने लगे तभी पूर्व प्रधान के साथ में खड़े लोग आग बबूला हो गए जिस पर पुलिस द्वारा स्थाई करने का प्रयास किया गया तो भीड़ ने पुलिस टीम पर पथराव किया व लाठी डंडो तथा लोहे की रॉड आदि से पुलिस पर जानलेवा हमला कर दिया। ग्रामीणों द्वारा किए गए हमले में उपनिरीक्षक लेखराज सिंह व कॉन्स्टेबल रवि कुमार घायल हो गये। मामले की सूचना पर पहुंची थाना भोपा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर  तीनों घायलों को भोपा के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। जहाँ से गम्भीर हालत में जिला चिकित्सालय रैफर किया गया है।

सुने एसएसपी अभिषेक यादव ने क्या कहा

वहीं घटना की जानकारी मिलते ही एसपी अभिषेक यादव तीनों घायल पुलिसकर्मियों से मिलने जिला चिकित्सालय पहुंच गए दरोगा लेखराज सिंह में एक सिपाही की हालत को गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें सेंटर मेरठ रेफर कर दिया है  वहीं घटना के बाद  पुलिस अधीक्षक ग्रामीण नेपाल सिंह, क्षेत्राधिकारी भोपा राममोहन शर्मा, प्रभारी निरीक्षक संजीव कुमार सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुँच गया।

पुलिस द्वारा घटना के संबंध में 3 लोगों को हिरासत में लिया गया है एसएसपी अभिषेक यादव भारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे जिन्होंने घटनास्थल का बारीकी से परीक्षण किया और घटना में शामिल पूर्व प्रधान व उसके परिजनों सहित सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए ।

सबसे बड़ी बात यह है कि जहां एक तरफ पूरा देश कोरोना जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहा है ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देशवासियों की जान बचाने के लिए किए गए लोक डाउन और घर में रहने की अपील के बावजूद भी अगर कोई अपने पास भीड़ इकट्ठा करता है तो ऐसे में लोगों की मानसिकता का तो पता लगता ही है वही ऐसी गंभीर बीमारी से अनजान और दबंगई दिखाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिए घटना के बाद जनपद भर के पुलिसकर्मियों में भी भारी रोष है जहां दिन रात पुलिस लॉक डाउन का पालन कराने के लिए मेहनत कर रही है वही ऐसे में ऐसी गंभीर बीमारी को नजरअंदाज करके लोगों को मौत बांटने वाले लोगों की मानसिकता आखिर कब बदलेगी