Navratan Yadav News: सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर (Om Prakash Rajbhar) की किस्मत… वो नवरत्न यादव (Navratan Yadav) को भूलना चाहते होंगे… लेकिन अखिलेश का नवरत्न है कि उन्हें भूलना नहीं चाहता… घोसी का उपचुनाव हुए ना जाने कितने दिन बीत गए… लेकिन नवरत्न है कि घोसी उपचुनाव से पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को चुनौती देने वाले ओमप्रकाश राजभर को भूलना नहीं चाहता है… चाचा चाचा पियरका चाचा कहकर तरह तरह के दावे करके अब भी नवरत्न ओपी राजभर की राजनीति को बेचैन कर रहा है… बार बार उन्हें याद कर रहा है… बार बार राजभर पर तरह तरह के दावे कर रहे हैं… इस बार भी महराजगंज के रहने वाले नवरत्न यादव ने ओपी राजभर पर एक दावा किया…. छूटते ही अपने पियरका चाचा पर भविष्यवाणी कर दी… छूटते ही मोदी योगी से अपील कर कर दी… ओपी राजभर को वहां भेजने की मांग कर दी… जिस जगह को नवरत्न यादव राजभर के लिए प्रफेक्ट ठिकाना मान रहा है…
दररअसल राजनीति के गलियारे में जो जीतता है… ना सिर्फ उसके विश्वास में बढ़ोतरी होती है… बल्कि जो उसके साथ उस संग्राम में होता है… संघर्ष करता है… जूझता है…लड़ता है… उसके विश्वास में भी इजाफा होता है… यकीन नहीं होता… तो सोशल मीडिया के मंच पर वायरल वीडियो को देख लीजिए… घोसी के रण में स्टार रहे नवरत्न अपनी धुन में साइकिल चलाते हुए आगे बढ़ते जा रहा है…. साइकिल पर सपा का झंडा लगा हुआ है… आगे सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव मुलायम, अखिलेश यादव और डिंपल यादव की तस्वीर लगा हुआ…साइकिल वाला ये गिफ्ट नवरत्न यादव को सपा अध्यक्ष अखिलेश ने दिया… तभी पत्रकारों की नजर उसपर पड़ी… उसी में से किसी ने कह दिया ऐ ऐ नवरत्न भाई रुको ना जरा ठहरो ना कहा जा रहे हो… तभी नवरत्न ने तपाक से फटाक से सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को अपनी पहली वाणी से घेर लिया…
नवरत्न यादव कह रहा है… अरे वो तो पगला हैं… अरे वो तो राजनीति भूल किसी ठेके पर पड़े होंगे… अरे उनके साथ मोदी-योगी को तो ऐसा व्यवहार करना चाहिए… लगे हाथ मोबाइल हाथ में लिए एक लड़की से पूछ बैठा… कुछ सवाल ऐसा किया…
इसपर नवरत्न यादव ने जो जवाब दिया वो कुछ ऐसा है… लगा रहा है… मोदी योगी पर सीधा निशाना तान रहा है… लेकिन उसकी राजनीतिक समझ की प्राथमिकता में निशाने पर तो पहले नंबर पर सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर है….
क्या हुआ जब नवरत्न यादव को मिली लाल बत्ती वाली साइकिल!
नवरत्न यादव (Navratan Yadav) को मिल गई लाल बत्ती वाली साइकिल... लाल बत्ती वाली साइकिल पर बैठकर ओमप्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) को दिखाई आखें लाल. राजभर कहा होंगे... क्या कर रहे हैं... घोसी की हार का उसपर क्या गुजरी नवरत्न ने एक एक करके सबकुछ सिलसिलेवार तरीके से बतायानवरत्न बार बार बोल रहा राजभर शर्त हार गए... शर्त में जो वादा किया है वो दे ही नहीं रहे हैं