
आगामी विधानसभा चुनाव से पहले ही भाजपा महारैली से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में एकता का संदेश देगी। पहली बार प्रमुख सहयोगी दलों के नेताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक मंच पर होंगे। मोदी ने योगी के कंधे पर हाथ रखा और यह जुगलबंदी जनता को रास आ गई। माना जा रहा है कि मंगलवार को नेता द्वय विकास के एजेंडे के सफल संचालक के तौर पर जुगलबंदी करते नजर आएंगे। मिसाल के साथ विकास के सफल मॉडल को जनता के सामने रखेंगे। साथ ही वे अन्नदाता व युवाओं का मन मोहने की कोशिश करेंगे। संदेश देंगे कि विकास से ही रोजगार की राह खुलेगी और इसमें युवाओं को सर्वाधिक अवसर मिलेंगे।

आगामी विधानसभा चुनाव पहले होने वाले पूर्वांचल के इस मेगा शो को निर्णायक प्रभाव डालने वाला बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि लोकार्पण के लिहाज से यही यूपी का सबसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है, एक तरह से विकास का आइकॉन। लिहाजा, भाजपा पूरे दमखम के साथ लगी है कि गोरखपुर से निकला विकास का यह संदेश दूर तलक जाए। प्रदेश, राष्ट्रीय स्तर के नेताओं ने यहां पिछले कई दिनों से डेरा डाल दिया है। कार्यकर्ताओं की फौज झोंक दी गई है, इसी बहाने इनकी ऊर्जा का मूल्यांकन भी हो रहा है। भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र सिंह का कहना है कि भाजपा का मुख्य एजेंडा विकास है। इसी मुद्दे के सहारे मिशन 2022 का चुनाव जीतना है। विकास कार्यों के सौगात का फायदा सबको मिलेगा। महारैली एतिहासिक होगी। पूरा मैदान खचाखच भरा रहे हमने यह व्यवस्था की है, जनता इसे सुनिश्चित कर देगी।

पहली बार एक मंच पर होंगे एनडीए के सहयोगी
आगामी विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए के प्रमुख सहयोगी पहली बार एक मंच पर होंगे। प्रधानमंत्री के मंच पर अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल भी रहेंगी। अनुप्रिया की अति पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के मतदाताओं में अच्छी पैठ है। एनडीए के सहयोगी व निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय निषाद भी प्रधानमंत्री के मंच पर रहेंगे। गोरखपुर-बस्ती मंडल में निषाद मतदाताओं की संख्या ज्यादा है। गोरखपुर के ही नौ विधानसभा क्षेत्रों में करीब पांच लाख निषाद मतदाता हैं। यूपी में भाजपा के अभी तक दो प्रमुख सहयोगी हैं।

अन्नदाताओं को दोबारा मिलेगी सौगात
शहर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद रवि किशन का कहना है कि खाद कारखाना खुलने का सबसे ज्यादा फायदा पूर्वांचल के अन्नदाताओं को मिलेगा। इसमें नीम कोटेड यूरिया बनेगी। इसकी आपूर्ति आसपास के जिलों में होगी। इससे यूरिया का संकट नहीं आएगा। यह वही खाद कारखाना मैदान है, जहां से प्रधानमंत्री ने किसान सम्मान निधि देने का एलान किया था।
साढ़े तीन से चार लाख भीड़ आएगी
पिपराइच विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक महेंद्र पाल सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री की महारैली में गोरखपुर, बस्ती और आजमगढ़ मंडल के दस जिलों से साढ़े तीन से चार लाख भीड़ आएगी। गोरखपुर के नौ विधानसभा क्षेत्रों से ही सबसे ज्यादा भीड़ लाई जानी है। अलग-अलग विधायक जिम्मेदारी निभा रहे हैं।

खाद कारखाना मैदान में तीसरी बार आएंगे पीएम मोदी
गोरखपुर शहर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक डॉ आरएमडी अग्रवाल का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी के लिए खाद कारखाना मैदान हमेशा शुभ रहा है। वह तीसरी बार इस मैदान में आएंगे। सबसे पहले 2016 में खाद कारखाना का शिलान्यास करने आए थे, फिर 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले इसी मैदान में बड़ी रैली की थी। इसी दौरान पूरे देश के अन्नदाताओं को किसान सम्मान निधि देने का एलान किया था। अब खाद कारखाना के साथ ही एम्स व आरएमआरसी की नौ प्रयोगशालाओं का लोकार्पण करने आ रहे हैं। हालांकि, प्रधानमंत्री बनने से पहले मानबेला मैदान में भी रैली कर चुके हैं। इस लिहाज से मोदी चौथी बार गोरखपुर आएंगे।

जगार के द्वार खुलेंगे, युवाओं की भलाई का संदेश
गोरखपुर ग्रामीण से भाजपा विधायक विपिन सिंह ने कहा कि खाद कारखाना व एम्स से रोजगार के द्वार भी खुलेंगे। राज्य सरकार के आंकड़ों के मुताबिक खाद कारखाने से ही प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से 20 हजार लोगों को रोजगार मिल जाएगा। एम्स से भी प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से नौ से दस हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। इसका सबसे ज्यादा लाभ गोरखपुर के साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश के युवाओं को मिलेगा। मुख्यमंत्री का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्वी उत्तर प्रदेश की पांच करोड़ जनता के सपनों को पूरा करने आ रहे हैं।
पिछले चुनाव में मिली थी बड़ी जीत
भाजपा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष डॉ सत्येंद्र सिन्हा ने बताया कि भाजपा गोरखपुर क्षेत्र के लिहाज से गोरखपुर, बस्ती और आजमगढ़ मंडल के दस जिलों में विधानसभा की 62 सीटें हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अकेले 44 सीटें जीती थीं। दो सीटें सहयोगी दलों को मिली थीं। बस्ती मंडल के तीन जिलों में विपक्ष का सूपड़ा तक साफ हो गया था। गोरखपुर की नौ विधानसभा क्षेत्र में से आठ में जीत मिली थी। क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र सिंह का कहना है कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी को और बड़ी जीत मिलेगी।