Lalu Prasad Yadav की एक और बेटी से पूछताछ, Ragini से 8 घंटे तक ED मुख्यालय में हुए क्या-क्या सवाल?

फिर टूटा लालू यादव के परिवार पर मुसीबतों का पहाड़
फिर ईडी के घेरे में आया लालू यादव का परिवार
इस बार लालू यादव की इस बेटी पर गिरी ईडी की गाज
लालू यादव की बेटी से लगातार 8 घंटे की ईडी ने पूछताछ
पूछताछ के बाद बोली ईडी हमें, बहुत जानकारी मिली
क्या इस बार जेल जाने से बच पाएंगी लालू यादव की बेटी

लालू यादव की मुश्किलें पिछले कुछ सालों से कम होने का नाम नहीं ले रही…लगातार वो और उनका परिवार मुश्किलों में घिरा हुआ है कभी लालू यादव की तबीयत बिगड़ जाती है तो कभी जांच एजेंसियां उन्हें और उनके परिवार से पूछताछ करने लगती हैं…हाल ही एक खुशी तब लालू परिवार को नसीब हुई जब तेजस्वी यादव के बेटी हुई और लालू यादव दादा बन गए…लेकिन कुछ ही दिनों बात अब एक बार फिर लालू के परिवार संकट के बादल छा रहे हैं और इस बार संकट के घेरे में आई हैं लालू यादव की एक बेटी…जिनसे ईडी ने करीब 8 घंटे लगातार पूछताछ की है…जिसकी वजह से एक बार फिर लालू यादव की चिंताएं बढ़ गई हैं…

दरअसल हुआ ये है कि अब तक लालू यादव उनकी पत्नी राबड़ी यादव और उनके रिश्तेदारों से ईडी पूछताछ कर रही थी लेकिन अब लालू यादव की बेटियों तक ईडी पहुंच गई है कुछ दिन पहले ही लालू यादव की तीन बेटियों से ईडी ने घंटों पूछताछ की थी और अब लालू यादव की एक और बेटी से ईडी ने पूछताछ की है और ये पूछताछ भी कोई एक दो घंटे नहीं बल्कि 8 घंटे की गई है…चलिए आपको बताते हैं कि लालू की किस बेटी से ईडी ने पूछताछ की है और क्यों की है

दरअसल लालू यादव के परिवार से जांच एजेंसियां नौकरी के बदले जमीन घोटाले पूछताछ कर रही हैं…पहले भी पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव के बेटे-बेटियों संग पूछताछ हो चुकी है। पहले तेजस्वी और मीसा भारती से पूछताछ हुई और अब लालू यादव की एक और बेटी रागिनी यादव से ED ने नौकरी के लिए जमीन के मामले में 8 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की। भाई तेजस्वी यादव और बहन मीसा भारती के के बाद रागिनी को जांच एजेंसी ने बुधवार को पूछताछ के लिए बुलाया था।
जानकारी के मुताबिक

रागिनी यादव सुबह करीब 11 बजे ईडी मुख्यालय पहुंची थीं और शाम करीब साढ़े सात बजे वहां से निकलीं।
इस मामले में मंगलवार को तेजस्वी यादव से करीब आठ घंटे तक पूछताछ हुई थी।
रागिनी यादव जब पूछताछ के लिए एजेंसी के सामने पेश हुईं और पीएमएलए के तहत उनका बयान दर्ज किया गया।
जांच के बाद ईडी ने बताया उनकी जांच में कई बातें सामने आई हैं।

चलिए अब आपको बताते हैं कि आखिर वो घोटाला कौन सा है जिसको लेकर लालू यादव का पूरा परिवार ईडी के निशाने पर है…दरअसल हुआ ये था कि ये कथित घोटाला उस समय हुआ था जब लालू यादव केंद्र की यूपीए-1 सरकार में रेल मंत्री थे और एजेंसियों का आरोप है कि 2004-09 के बीच भारतीय रेलवे के विभिन्न जोन में ग्रुप डी के पदों पर नियुक्त की गई थी। इसके बदले में संबंधित लोगों ने अपनी जमीन तत्कालीन रेल मंत्री के परिवार के सदस्यों और इस मामले में एक लाभार्थी कंपनी को ट्रांसफर कर दी थी जिसके चलते एजेंसी ने इसी साल मार्च में रागिनी यादव, उनकी बहनों चंदा यादव और हेमा यादव को आरोपी बनाया गया था।
इस मामले पर ED अफसरों का कहना है कि

लालू यादव के परिवार की ओर से ग्रुप-डी आवेदकों से महज 7.5 लाख रुपये में कथित तौर पर अधिग्रहित की गई जमीन के 4 पार्सल मिले थे।
पूर्व आरजेडी विधायक सैयद अबू दोजाना को लालू प्रसाद यादव की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी की ओर से 3.5 करोड़ रुपये में बेचे गए थे।
ईडी को जांच से यह भी पता चला है कि इस तरह मिली राशि का एक बड़ा हिस्सा तेजस्वी यादव के खाते में भी ट्रांसफर कर दिया गया था।

बता दें नौकरी के बदले जमीन घोटाले को लेकर जांच एजेंसियां काफी सक्रिय नजर आ रही हैं जिसके चलते कभी लालू यादव के परिवार से ईडी पूछताछ करती है तो कभी लालू यादव के रिश्तेदारों के घर छापेमारी कर रही है…वहीं आरजेडी और तेजस्वी यादव का कहना है कि ये सब केंद्र की मोदी सरकार उनके परिवार से बदला लेने के लिए कर रही है….और उन्हें जबरदस्ती फंसाया जा रहा है…आपको हमारी ये खबर कैसी लगी हमें कमेंट कर जरूर बताएँ…साथ ही राजनीति से जुड़ी हर खबर के लिए हमारे चैनल को सब्सक्राइब जरूर कर लें…शुक्रिया