आजादी के अमृत महोत्सव के क्रम में राम जन्मभूमि परिसर में भी तिरंगा फहराया गया। परिसर में जगह-जगह राष्ट्रीय ध्वज लगाया गया है। राम मंदिर निर्माण कार्य में लगे एलएंडटी व टाटा के इंजीनियरों व मजदूरों ने मंदिर निर्माण कार्य स्थल पर तिरंगे के साथ भारत माता के जयकारे लगाते हुए देशभक्ति का संदेश दिया।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि तिरंगा हमारे देश व इस देश के नागरिकों के गौरव और सम्मान का प्रतीक है।
बताया कि दर्शन मार्ग से लेकर मंदिर निर्माण स्थल व अन्य कई जगहों पर तिरंगा लगाया गया है। रामलला का दर्शन करने पहुंचे दर्शनार्थी भगवान राम के प्रति श्रद्धा अर्पित करने के साथ-साथ तिरंगे के प्रति भी सम्मान प्रकट करते नजर आए।
एक हाथ में कंठी, दूसरे में तिरंगा
एक पखवारे तक सावन झूलनोत्सव में लीन रही अयोध्या शनिवार को आजादी के अमृत महोत्सव में डूबी नजर आई। उत्साह, उल्लास और उमंग..एक हाथ में कंठी, एक हाथ में तिरंगा लेकर खड़े संत-धमाचार्य, गुरूकुल व स्कूल के छात्र, भारत माता सहित देशभक्ति आधारित झांकी, जोश भरने वाले गीत… देशभक्ति के इन नजारों के बीच राम की पैड़ी से जब तिरंगा यात्रा निकली तो हर कोई गर्व से भर गया।
राम की पैड़ी से संत-धर्माचार्यों की अगुवाई में निकली तिरंगा यात्रा टेढ़ीबाजार तक गई। तिरंगा यात्रा पर जगह-जगह पुष्पवर्षा भी की गई। संत-धर्माचार्य अपने दैनिक पूजा-पाठ से निवृत्त होकर सुबह 7:30 बजे राम की पैड़ी स्थित गांधी आश्रम पर पहुंच गए। यहां से हाथों में तिरंगा और भारत माता के जयकारे लगाते हुए संतों का काफिला जब सड़क पर प्रवाहमान हुआ तो देशभक्ति का रंग चटख होता दिखा।
महंत वैदेही वल्लभ शरण ने कहा कि रामभक्ति के साथ-साथ देशभक्ति का भी जुनून हमारे रग-रग में प्रवाहित है। जगद्गुरू रामदिनेशाचार्य ने कहा कि राष्ट्रहित में संतों ने हमेशा से सर्वोपरि भूमिका निभाई है।