Modi-Shah का Satya Pal Malik पर वो एक फैसला… जिससे खार खाकर Pulwama attack का मामला उठाया गया ! ‘प्रधानमंत्री मोदी को भ्रष्टाचार से कोई खास नफरत नहीं’

पीएम मोदी पर सत्यपाल मलिक का बड़ा अटैक… मोदी सरकार की ओर से लिए एक फैसले के कारण तेवर हुए सख्त !
मोदी-शाह अगर सत्यपाल मलिक पर वो फैसला नहीं लेते… तो मलिक पुलवामा अटैक के लिए उन्हें जिम्मेदार नहीं ठहराते !
मलिक ने यूं ही नहीं दिया मोदी, शाह, डोभाल, राम माधव पड़ बयान… सियासत को दे दिया घमासान करने का मौका

जम्मू-कश्मीर, गोवा और मेघालय इन 3 राज्यों का वो गर्वनर बने… अब रिटायर हो गए… तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलावर है… पीएम मोदी पर तो वार किया ही… गृहमंत्री अमित शाह को निशाने पर ले लिया… और तो और अजीत डोभाल और RSS के नेशनल एक्जक्यूटिव राम माधव को भी लपेटे में ले लिया… तो ऐसे में सवाल है… सत्यपाल मलिक ने ऐसा बयान क्यों दिया… मलिक के मुताबिक जो खुलासा उन्होंने किया… वो तब क्यों नहीं किया जब वो गवर्नर थे… ऐसा क्या हो रहा था… क्या हुआ… कि उन्हें पुलवामा अटैक पर अब अपनी राय रखनी पड़ गयी… मोदी-शाह की कार्यशैली सवाल उठाने के लिए सत्यपाल मलिक बेचैन हो गए… अति पिछड़े समाज से आने वाले नरेंद्र मोदी की पूरी राजनीति को जाट समाज से आने वाले सत्यपाल मलिक ने खत्म करने का प्रयास किया… जैसे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किया… ये कहने के लिए सत्यपाल मलिक क्यों बेचैन हुए बताएंगे… सत्यपाल मलिक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किस फैसले गुस्सा आया… जिसकी वजह उन्होंने इतना बड़ा आरोप लगा दिया… जिसका उनके पास कोई प्रुफ शायद ही होगा…
राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक यूं तो पद पर रहते हुए ही कुछ महीने पहले से ही मोदी सरकार पर हमलावर हो चुके थे, लेकिन अब रिटायरमेंट के बाद उन्होंने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर ले लिया …उन्होंने एक अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में ऐसे-ऐसे दावे किए हैं जिससे बड़ा राजनीतिक बवंडर खड़ा हो गया है… मलिक का दावा है कि

प्रधानमंत्री मोदी को भ्रष्टाचार से कोई खास नफरत नहीं है
पीएम मोदी को कश्मीर के बारे में कुछ भी नहीं पता
प्रधानमंत्री कश्मीर को लेकर गफलत में हैं
पीएमओ का नाम लेकर पीएम के आसपास के लोग करते हैं करप्शन

ये सारे आरोप सत्यपाल मलिक के हैं… जो कह रहे हैं… पीएम मस्त हैं, बाकी भाड़ में जाए…उन्होंने दावा किया कि अगस्त 2020 में उन्हें गोवा से हटाकर मेघालय भेजा ही इसीलिए गया था क्योंकि उन्होंने पीएम मोदी को भ्रष्टाचार के कई मामलों को प्रदेश सरकार की तरफ से नजरअंदाज किए जाने की बातें बताई थीं… मलिक का दावा है कि पीएम के ईर्द-गिर्द के लोग ही भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और वो अक्सर प्रधानमंत्री कार्यालय का नाम लेकर करप्शन करते हैं… उन्होंने कहा, ‘मैं सेफली कह रहा हूं कि प्राइम मिनिस्टर को करप्शन से बहुत नफरत नहीं है…मलिक ने यह सनसनीखेज दावा भी किया कि

फरवरी 2019 में पुलवामा में जो आतंकी हमला हुआ था, उसमें केंद्रीय गृह मंत्रालय की बहुत बड़ी गलती थी…

सत्यपाल मलिक इस हमले के दौरान जम्मू-कश्मीर के ही राज्यपाल थे… इस घटना में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे…पूर्व राज्यपाल का आरोप है कि पुलवामा हमला खासकर सीआरपीएफ और गृह मंत्रालय की अक्षमता और लापरवाही का नतीजा था…पुलवामा हमले के वक्त राजनाथ सिंह केंद्र सरकार के गृह मंत्री थे… मलिक ने दावा किया कि

सीआरपीएफ ने अपने जवानों के लिए विमान मांगा था, लेकिन गृह मंत्रालय ने देने से इनकार कर दिया…उसके बाद सीआरपीएफ ने जिस जिस सड़क से जवानों को भेजा, पहले वहां की अच्छे से पड़ताल नहीं की…

जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक का दावा है कि पुलवामा हमले के तुरंत बाद प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे फोन पर बात की थी और इस मामले पर किसी से ज्यादा नहीं बोलने की हिदायत दी थी… उन्हें NSA अजित डोभाल ने भी उनसे पुलवामा हमले पर चुपचाप रहने को कहा था… मलिक का आरोप है कि इसका मकसद चुनावों में सरकार और बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए पुलवामा हमले का सारा ठीकरा पाकिस्तान पर फोड़ना था, उन्हें बाद में ये अहसास हुआ…मलिक ने बीजेपी नेता राम माधव पर भी गंभीर आरोप लगाया… उन्होंने कहा कि माधव ने एक पनबिजली योजना और रिलायंस इंश्योरेंस स्कीम की मंजूरी के लिए उनसे संपर्क किया था, लेकिन मलिक ने साफ इनकार कर दिया… अब राम माधव ने मलिक के इस दावे को झूठा बताते हुए मानहानि का मुकदमा दर्ज करने की बात कही है…

अब उस सवाल पर आते हैं… सवाल ये कि क्यों सत्यपाल मलिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर इतना बड़ा बयान दिया… तो कहा जा रहा है… पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक की सुरक्षा कम की गई है… जिस वजह से वो अब पीएम मोदी पर एग्रेसिव हैं…. सत्यपाल मलिक के पास जेड प्लस सुरक्षा थी लेकिन अब उनकी सुरक्षा में सिर्फ एक पीएसओ तैनात रहेगा… सुरक्षा में कटौती के बाद से सत्यपाल मलिक के तेवर मोदी सरकार के खिलाफ और सख्त हो गए…

जब सत्यपाल मलिक की सुरक्षा में कटौती की गई… तो उन्होंने कहा था… उनकी सिक्योरिटी लगभग पूरी तरह हटा ली गई है… उन्हें सिर्फ एक पीएसओ दिया गया है… जबकि उन्हें बहुत खतरा है…. पाकिस्तान से सबसे ज्यादा खतरा है…जबकि कश्मीर की जो एडवाजरी कमेटी थी उन्होंने मेरे तबादले के वक्त लिखा था कि इन्हें यहां भी खतरा है… इन्हें दिल्ली में मकान दिया जाए और सिक्योरिटी दी जाए… लेकिन अब वो सब खत्म कर दी गई है…. तो क्या माना जाए पुलावामा अटैक को बहाना बनाकर सत्यपाल मलिक अपनी सुरक्षा में कटौती करने का बदला लिया है… मोदी और उनकी टीम 40 जवानों के शहीद होने के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं…आप भी अपनी राय जरूर दीजिए… साथ ही पेज को लाइक और सब्सक्राइब जरूर कीजिए…