बहराइच :: किसी महिला के पति की मौत उसके लिए किसी भयंकर सदमे से कम नहीं होती… और उसका जीवन तमाम दुश्वारियों से घिर जाता है लिहाजा ऐसी विधवा महिलाओं के लिए सरकार ने  कल्याणकारी योजनाएं चलाई हुई हैं लेकिन तब क्या हो जब पति की मौत के बाद मुसीबतों के पहाड़ के बोझ तले महिला को सरकारी सुविधाओं के लिए भी दर दर की ठोकरें खानी पड़े…वो भी सिर्फ इसलिए कि अधिकारियों  के पास इतनी फुर्सत नहीं है कि उसके पति का मृत्यु प्रमाण पत्र तक जारी कर दिया जाए….पीड़ित महिला दर दर की ठोकरें खाती रही कभी इस अधिकारी के पास कभी उस अधिकारी के पास लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात …आखिरकार हताश निराश और परेशान महिला ने जिलाधिकारी के पास अपनी दुखभरी दास्तांन रखी, महिला की फरियाद सुनते ही जिलाधिकारी शंभु कुमार सकते में आ गए और बिना एक पल गंवाए  जिलाधिकारी शंभू कुमार ने महिला के पति का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया और  ग्राम विकास अधिकारी समेत दोषी अधिकारियों के विरुद्द कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिये 


चलिए देर से ही सही महिला को विधवा पेंशन का लाभ अब मिल सकेगा लेकिन बहराइच के चितौरा विकासखंड के मछियाही की रहने वाली माया के मायूस चेहरे पर मुस्कान तो आ गई लेकिन डेढ़ वर्ष  अधिकारियों के ढुलमुल रवैये और  बीमार सिस्टम की मार झेलने के बाद ।