8 साल बाद इतिहास रचने जा रहे Akhilesh Yadav-Shivpal Yadav | निकाय चुनाव में शिवपाल को मिल गई बड़ी जिम्मेदारी…

अखिलेश यादव डूबोएंगे बीजेपी की नैया…सियासत करेगी हाय दैया !
भतीजे के हाथ में होगा चाचा का हाथ…बीजेपी से करेंगे दो-दो हाथ !
शिवपाल ठोकेंगे ताबूत में आखिर कील…दौड़ पड़ेगी अखिलेश की साइकिल !
8 साल बाद…चाचा-भतीजे की जोड़ी…साथ बोलेंगे..हम होंगे कामयाब !

इस बार निकाय चुनाव में अखिलेश-शिवपाल की जोड़ी वो काम करने वाली है…जो बीजेपी ने भी नहीं सोचा होगा…निकाय चुनाव को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव खुद कमान संभाल रखे हैं तो शिवपाल यादव के लिए भी एक मिशन तक कर दिया है…शिवपाल यादव के मिशन में जो भी बातें रखी गई हैं वो वाकई में नईं होंगी…क्योंकि शिवपाल यादव का हिसाब और खिताब दोनों बीजेपी को हजम नहीं होता है..अगर शिवपाल यादव ने अपना दांव चल दिया तो पटखनी होनी तय है…शायद इसिलिए अखिलेश यादव ने अपने चाचा पर पहले भरोसा जताया है..निकाय चुनाव की जंग छिड़ चुकी है…आसमान में बढ़ते तापमान में कई सियासी पार्टियों का भी पारा हाई किया हुआ है..इसिलिए सपा कुनबे में किसी भी नेता का कोई नाम अब छिपा नहीं है…नाराजगी की बातें खत्म कर जीत के साथ शिवपाल ने जो कमद बढ़ाया है…समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी मस्त हैं…अखिलेश यादव का एजेंडा साफ है कैसे भी बीजेपी को निकाय चुनाव में हराना है…इसलिए जाटलैंड से लेकर पूर्वांचल तक की कला आजमानी है…और इस कला को अगर कोई अच्छे से कर सकता है तो शिवपाल यादव हैं…इसलिए अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव ऐसे इलाकों की जिम्मेदारी दी है…जिस इलाके में सपा की दाल गलने में दिक्कते होती हैं…लेकिन अब वो दिक्कत शिवपाल यादव दूर करने के लिेए खुद मैदान में उतरे हैं,,,,अब जरा बिना देर किए अखिलेश यादव की एक रणनीति को समझिए…आपको खुद ब खुद रास्ता समझ आ जाएगा कि…चाचा-भतीजे ने किस प्लानिंग के तहत शिवपाल यादव को आगे किया है….शिवपाल यादव के हाथों में ऐसी क्या जिम्मेदारी है जिसकी कल्पना अखिलेश कर चुके हैं…कि वो काम सिर्फ शिवपाल यादव ही कर सकतके हैैं…

चाचा-भतीजे की जोड़ी करेगी कमाल

सामने निकाय चुनाव ही नहीं बल्कि 2024 की लोकसभा चुनाव भी है…ऐसे में किसी भी सहयोगी दल को नाराज करना अखिलेश यादव नहीं चाहेंगे…तो फिर इस ऑपरेशऩ को अंजाम देने के लिए शिवपाल यादव को कमान दे दी गई है…क्योंकि नेता्जी के साथ शिवपाल यादव ने ही राजनीति की है…तो शिवपाल यादव का दांव पेच किसी जाटलैंड में न चले ऐसा कैसे हो सकता है…अभ तो इस प्लान के भागीदार अखिलेश यादव भी हैं…मैनपुरी उपचुनाव में जीत के बाद पहली बार ऐसा होनेजा रहा है कि…शिवपाल यादव अखिलेश के कहने पर मैदान में उतरने वाले हैं…वो भी 8 साल बाद…क्योंकि लंबे समय से चाचा-भतीजे में नाराजगी की खबरें भी चल रही थीं..लेकिन मैनपुरी की जीत ने अखिलेश की जिंदगी में दोहरी खुशी लाई थी…पहली तो जीत की दूसरी चाचा की वापसी की..ऐसे में चाचा को अखिलेश ने निकाय. चुनावम में कमान दे दी है….

जहां-जहां बीजेपी वहां शिवपाल बिगाड़ेंगे काम ?

दरअसल अखिलेश .यादव का प्लान है कि..जहां जहां सपा कमजोर है और बीजेपी मजबूत है..वहां कुशल और सफल राजनीति की जरुरत है…ऐसे में एक ऐसे नेता की तलाश थी जो सब कुछ कहने में माहिर हो…शिवपाल यादव के सिवा ऐसा कोई भी कर नहीं सकता था…लिहाजा अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव को ही कमान संभालने को दे दी…अब शिवपाल यादव ऐसा काम करेंगे जो किसी भी पार्टी ने नहीं किया होगा…क्योंकि बसपा सुप्रीम मायावती तो पहले ही कह चुकी हैं कि…वो प्रचार नहीं करेंगगी..ऊपर से बीजेपी की रणनीति का बंटाधार करने के लिए शिवपाल यादव खुद उतरे हैं….क्योंकि निकाय चुनाव मेें इस बार चाचा-भतीजे की जोड़ी दिखाई देगी….जहां शिवपाल यादव और अखिलेश यादव इटावा, मैनपुरी, एटा, फिरोजाबाद, कन्नौज में चुनाव प्रचार करेंगे….ये 8 साल मेें पहली बार होगा जब अखिलेश और शिवपाल प्रचार करेंगे…..