गोहरी में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या के मामले में पुलिस ने बुधवार की सुबह आरोपी पवन सरोज को कस्टडी रिमांड पर ले लिया। दिन भर की पूछताछ के बाद पवन का एक ही जवाब था कि ‘मैं नहीं मारा’। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी से रात में भी पूछताछ की जाएगी। पवन से कॉल डीटेल्स, मैसेज के साथ ही उसके दोस्तों और परिवार के बारे में भी पूछताछ की गई। 

 अदालत ने पुलिस को 24 घंटे की कस्टडी रिमांड की अनुमति दी थी। बुधवार को सुबह दस बजे पुलिस टीम नैनी जेल पहुंची। पवन सरोज को किसी अज्ञात स्थान पर पूछताछ के लिए ले जाया गया। सूत्रों के मुताबिक दिन भर उससे अलग अलग अधिकारियों ने पूछताछ की। चारों हत्याओं के बारे में उसका जवाब सिर्फ यही था कि ‘मैने नहीं मारा’।

पुलिस ने उससे घटना वाली रात लोकेशन, मोबाइल के मैसेजेस, कॉल डीटेल्स और युवती से संबंधों के बारे में पूछताछ की। पवन के दो लापता दोस्तों के बारे में भी उससे पूछताछ की गई। पवन ने युवती को मैसेज करने की बात मानी लेकिन और मारने और दुष्कर्म करने की बात से वह इनकार करता रहा।

पुलिस अधिकारियों का कहना था कि उससे रात में भी पूछताछ की जाएगी। इसके अलावा पवन के कुछ दोस्तों को भी उसके सामने बिठाकर क्रास एग्जामिन किया गया। अधिकारियों का कहना था कि परिस्थिति जन्य साक्ष्यों के आधार पर पवन को गिरफ्तार किया गया है। उसका डीएनए परीक्षण भी कराया जा रहा है। 

पवन को रिमांड की बात सुनकर परिजन पहुंचे थाने
गोहरी गांव में चार हत्याओं के आरोप में जेल भेजे गए आरोपी पवन से मुलाकात करने के लिए बुधवार को परिजन ट्रैक्टर से थाने पहुंच गए थे। उन्हें पता चला था कि पुलिस पवन को रिमांड पर लेकर आई है। थाने से बताया गया कि पवन को शहर में किसी अज्ञात जगह पर रखा गया है। परिजन यह बात सुनकर निराश होकर चले गए। 

बार-बार पुलिस के जाने से परेशान परिजनों ने ताला खोलने से मना किया
 गोहरी गांव में चार लोगों की हत्या की जांच के लिए बार-बार पुलिस टीम के पहुंचने से घर वाले परेशान हो गए हैं। उन्होंने बुधवार को ताला खोलने से ही इनकार कर दिया। सीओ सोरांव ने घर वालों को समझाया। इसके बाद वे ताला खोलने पर राजी हुए। 

मुंबई से लाए गए कान्हा और अशोक, दिन भर होती रही पूछताछ
 गोहरी गांव में चार हत्याओं के मामले में पड़ोस के कान्हा ठाकुर और अशोक को पुलिस मुंबई से लेकर मंगलवार की रात प्रयागराज पहुंची। दोनों से दिन भर पूछताछ होती रही। परिवार के लोगों ने कान्हा और उसके परिवार को लोगों को नामजद कराया था। हालांकि, पुलिस ने इस मामले में नया खुलासा करते हुए पवन सरोज को जेल भेज दिया।

कान्हा ठाकुर और अशोक से उनकी घटना वाले दिन की लोकेशन के बारे में पूछा गया। उनके मोबाइल को जब्त कर लिया गया है। कॉल डीटेल्स और मैसेजेस की स्क्रूटनी की जा रही है। दोनों परिवारों में दुश्मनी की वजह के साथ ही अन्य बिंदुओं पर भी दिन भर पूछताछ होती रही। जिन लोगों को नामजद कराया गया है, उसमें से कुछ लोग अभी भी गायब हैं।

उनके बारे में भी पुलिस ने पूछताछ की। पुलिस ने कान्हा और अशोक को हिरासत में तो नहीं लिया है लेकिन छोड़ा भी नहीं है। सूत्रों का कहना है कि पुलिस अभी भी ऊहापोह में है। इस कारण इस केस में जिन जिन लोगों को नामजद कराया गया था, उन सभी को पकड़ा जा रहा है। जरूरत पड़ने पर उनका डीएनए परीक्षण भी कराया जाएगा।