संसदीय क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन सांसद वरुण गांधी ने कहा कि निजीकरण के नाम पर करोड़ों लोगों की बर्बाद करने की साजिश है। वह सोमवार को शहर के गांधी प्रेक्षागृह में ज़िले के व्यापारियों के साथ संवाद कर रहे थे। 

उन्होंने व्यापारियों की समस्याएं जानीं, समाधान का भरोसा दिलाया। बाँसुरी महोत्सव के नाम पर धन वसूली की शिकायत आने पर उन्होंने नाराज़गी जताई। निजीकरण और ई-कॉमर्स के जरिए हो रहे तमाम कारोबार को देश की अर्थ व्यवस्था के लिए खतरा बताया।

सांसद वरुण गांधी ने कहा कि हर चीज़ को मुनाफे की दृष्टि से देखना ठीक नहीं है। नौकरियां देने की जगह छीनने का काम हो रहा है। निजीकरण के नाम पर सब कुछ बेचा जा रहा है। उन्होंने कहा कि हिन्दू-मुस्लिम, अगड़ा-पिछड़ा, जात-पात के जाल से निकलिए संगठित होकर आवाज़ उठाइए और देश बचाइए। 

सांसद ने कहा कि नौजवान रोज़गार की तलाश में भटक रहे हैं और ऊपर से निजीकरण के नाम पर करोड़ों लोगों को बर्बाद करने की साजिश रची जा रही है। वह बोले कि उनके लिए देश पहले है। राजनीति बाद की बात है। वह राष्ट्र के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं।