मेरठ में केरल से आईं सैन्य अधिकारी को कोरोना की पुष्टि हुई है। वह होम आइसोलेशन में हैं। उनका सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए दिल्ली भेजा जाएगा। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें मेरठ के कोरोना मरीजों की सूची में शामिल नहीं किया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वह पिछले 14 दिन में 12 दिन केरल में रहीं, इसलिए नियमानुसार केरल की सूचना में उन्हें जोड़ा जाएगा।
विदेश से 37 लोगों समेत सोमवार को 5223 लोगों की कोरोना की जांच की गई। इस महिला अधिकारी के अलावा बाकी की रिपोर्ट नेगेटिव है।
विदेश से जिले में 59 लोग और आए हैं। अब तक 1714 लोग विदेश से आ चुके हैं, जिनमें से 1026 की जांच हो चुकी है, 9 लोग बिना जांच लौट गए। 679 की जांच होनी बाकी है। जिले में अब तक 66046 मरीज मिल चुके हैं। कोरोना का पहला मरीज 27 मार्च 2020 को मिला था। तीन केस सक्रिय हैं। फोकस सैंपलिंग के तहत 36 स्थानों से 1123 लोगों के सैंपल लिए गए हैं।
जूनियर डॉक्टरों ने नहीं किया ओपीडी में कार्य
एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज के जेआर वन की काउंसिलिंग न होने से नाराज जेआर दो ने सोमवार को भी ओपीडी व ऑपरेशन थियेटर में ड्यूटी नहीं की। काउंसिलिंग न होने के कारण जेआर दो प्रमोट नहीं हो पा रहे हैं। इनकी जगह प्राचार्य ने ओपीडी में सीनियर डॉक्टर और इंटर्न की ड्यूटी लगाई हुई है। सीनियर डॉक्टरों की सर्दी की छुट्टियां स्थगित कर दी हैं, ताकि मरीजों को परेशानी न हो।
दिनभर ओमिक्रॉन का मचा रहा हल्ला
सोमवार को दिनभर हल्ला मचा रहा कि मेरठ के एक मरीज में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के फोन घनघनाते रहे, हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने इसकी पुष्टि नहीं की। उनका कहना था कि उन्हें कोई सूचना नहीं है, लेकिन रात में सर्विलांस अधिकारी डॉ. अशोक तालियान ने बताया कि मेरठ में ओमिक्रॉन का कोई केस नहीं है। राज्य स्तर से भी इस संबंध में पूरी जानकारी कर ली गई है। ब्यूरो
22642 लोगों ने लगवाया टीका
जिले में सोमवार को 200 बूथों पर 22642 टीकाकरण किया गया। मंगलवार को 204 बूथों पर 75 हजार लोगों को कोरोना से बचाव का टीका लगाया जाएगा। अब तक करीब 22 लाख लोग कोरोना से बचाव की पहली डोज लगवा चुके हैं, जबकि इनमें से साढ़े 12 लाख को दोनों डोज लग चुकी हैं। दोनों डोज लगने के बाद ही टीकाकरण पूर्ण माना जाता है।
मास्क लगाकर करें बचाव
ओमिक्रॉन के खौफ के कारण विदेश से आए हर व्यक्ति की जांच कराने के निर्देश हैं। दक्षिण पूर्वी अफ्रीका के देश मलावी से शास्त्रीनगर आई 50 वर्षीय महिला को शनिवार को कोरोना की पुष्टि हुई थी।
इससे पहले दुबई से साबुन गोदाम आई एक युवती को कोरोना की पुष्टि हुई थी। इनके सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए दिल्ली भेजे गए थे।
सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि कोरोना से बचने के लिए टीकाकरण कराएं और मास्क लगाएं। अगर व्यक्ति कोविड से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं, तो खुद को क्वारंटीन कर लें और जल्द से जल्द टेस्ट कराएं।
जब तक रिपोर्ट नहीं आती, तब तक भूलकर भी किसी के संपर्क में न आएं। लक्षणों पर नजर बनाए रखें। अगर सांस लेने में तकलीफ हो, सीने में दर्द या ऑक्सीजन की कमी महसूस हो, तो देर न करते हुए तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
हल्के लक्षण दिखते हैं ओमिक्रॉन वेरिएंट में
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, ओमिक्रॉन से संक्रमित व्यक्ति में हल्के से मध्यम लक्षण ही दिखाई देते हैं। इस कारण इसकी पहचान करना मुश्किल साबित हो रहा है। बहुत ज्यादा थकान और कमजोरी की समस्या शामिल है। यह उन लोगों को आसानी से संक्रमित कर सकता है कि जिन्हें पहले भी कोरोना हो चुका है या जिनकी वैक्सीनेशन पूरी नहीं हुई है या जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है।