सीएम योगी ने ‘हिन्दुस्तान’ के पूर्वांचल सम्मान समारोह में भाजपा द्वारा प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन कराए जाने और बाह्मणों के उनसे नाराज होने के सवाल पर कहा कि ब्राह्मण मुझसे खफा होते तो पंडित छन्नूलालजी यहां क्यों बैठते? उन्होंने कहा कि प्रबुद्ध समाज हमारे इन्हीं कार्यों से संतुष्ट है कि हम लोगों ने अयोध्या को, मथुरा को, काशी को, विंध्यवासिनी धाम को उसकी सही पहचान दिलाने का कार्य किया है। बाबा विश्वनाथ यहां के इष्ट हैं। उनकी बड़ी कृपा है। मां गंगा की कृपा है और प्रधानमंत्री का विजन है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्योंकि पांच अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री ने सनातन धर्मावलंबियों के लंबे इंतजार को दूर करते हुए राममंदिर के निर्माण कार्य का शुभारंभ किया था। देश और दुनिया ने स्वागत किया। कुछ लोगों को बुरा भी लगा होगा। बहुत सारे लोग बोलते थे कि परिंदा भी पर नहीं मारेगा। उस समय वोट बैंक की जो राजनीति की गई वो नहीं होती तो संभवत: खूनखराबा नहीं होता।
आपको मुस्लिमों के वोट चाहिए लेकिन अब्बाजान से परहेज है वाह…। नेताओं पर जनता इसीलिए विश्वास नहीं कर रही क्योंकि जनता को इनकी वास्तविकता का पता चल गया है। यह लोग बोलते क्या हैं, करते क्या हैं। वो तो अपने यहां दुर्योधन की मूर्ति लगाना चाह रहे थे। दुर्योधन और कंस से होकर लोग कृष्ण पर आ गए हैं। जो पहले राम और कृष्ण से परहेज करते थे, आज कहते हैं कि वो हमारे भी हैं।