पीलीभीत में टाइगर रिजर्व की माला रेंज से सटे जरी गांव में बाघ ने 3 लोगों पर हमला कर घायल कर दिया । बाघ का ये हमला उस वक्त हुआ जब वन विभाग के आला अधिकारी बाघ को जंगल की ओर खदेड़ने की कोशिश कर रहे थे । इसी दौरान बाघ अचानक हमलावर हो गया और उसने ट्रैक्टर पर चढ़कर वन कर्मचारियों पर हमला कर दिया ।
गनीमत यह रही कि बाघ के गमले में कोई भी कर्मचारी घायल नहीं हुआ । वहीं कर्मचारियों ने जब शोर-शराबा किया तो बाघ ट्रैक्टर से उतरकर फिर से झाड़ियों में जाकर छिप गया ।
अब पूरा मामला समझिए
दरअसल बाघ ने सुबह के समय खेत जा रहे 3 किसानों पर हमला कर घायल कर दिया था, जिनको गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया । इसके बाद वन विभाग के आलाधिकारियों के साथ वन कर्मचारी जरी चौकी पहुंच कर बाघ को जंगल वापस भेजने की रणनीति बना रहे थे ।
इस ऑपरेशन की कमान पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर नवीन खंडेलवाल खुद संभाल रहे थे । फिलहाल पूरी वनविभाग की टीम सूर्य अस्त होने का इंतजार कर रही है क्योंकि वह समय बाघ को खदेड़ने का सबसे बेहतर समय होता है ।बता दें कि एक माह पहले इसी इलाके में एक आदमखोर बाघ ने अपना आतंक बना रखा था, जिसको वन विभाग ने बड़ी मशक्कत के साथ पकड़ा था । उसे कानपुर के चिडियाघर भेंजा गया था ।