डॉ. भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी की बीएड फर्जी डिग्री मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया है ।कोर्ट ने फर्जी डिग्री के आधार पर शिक्षक बने लोगों को कोई भी राहत नहीं देते हुए सरकार के फैसले को सही बताया है । अंबेडकर यूनिवर्सिटी की फर्जी डिग्री के आधार पर सरकारी प्राइमरी स्कूलों के लगभग 1700 शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है। वहीं अब योगी सरकार इन्हीं फर्जी शिक्षकों से करोड़ों रुपयों के हुए नुकसान की रिकवरी की तैयारी भी कर रही है ।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने अपने दिए एक फैसले में बीएड की फर्जी डिग्री के आधार पर सरकारी स्कूलों में सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति पाने वाले लोगों की नियुक्ति रद्द करने के मामले में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया । आपको बता दें अंबेडकर यूनिवर्सिटी से सत्र 2004-05 में बीएड किये छात्रों में 4570 की डिग्री फर्जी पाई गयी थी ।
अपने 228 पेज के निर्णय में अदालत ने निर्देश दिया कि संबंधित जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी इन अध्यापकों के खिलाफ कानून के मुताबिक आगे की कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र होंगे ।