- मायावती पर बीजेपी MLA सुरेंद्र सिंह का विवादित बयान
- ‘बीएसपी प्रमुख कभी नहीं बन पाएंगी सीएम’
- ‘मायावती इस जन्म में अब कभी मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगी’
- बीजेपी ने समर्थन नहीं दिया होता, कभी नहीं बनते मुख्यमंत्री’
अक्सर अपने विवादास्पद बयानों की वजह से चर्चा में रहने वाले… एक से बढ़कर एक विवादित बयान देने वाले… बीजेपी के सबसे बड़े बयानबहादुरों में से एक…. माननीयों में से माननीय विधायक सुरेंद्र सिंह ने बीएसपी प्रमुख मायावती के खिलाफ इस कदर अपनी सोच बनाई है… उस सोच से ऐसी राय का अविष्कार किया है… मायावती की आने वाली सियासत…. उनकी सियासी महात्वाकांक्षा पर ऐसा प्रहार किया… अगर बीएसपी समर्थक सुनेंगे तो गुस्से की आग में जलने लगेंगे… सियासी बदले की फिराक में लग जाएंगे…. कार्यकर्ताओं को सुरेंद्र की बात दिल से चोट पहुंचाएगी… मायावती सुनेंगी… तो हैरान हो जाएंगी… सोच में पड़ जाएंगी…. आखिर सुरेंद्र ने किस आधार पर ऐसी बात कही… ऐसा बयान दिया… ऐसी सोच बनाई…. सोचेंगी तो जरूर… लोकसभाचुनाव और विधानसभा उपचुनाव में महीन फर्क का तुलनात्मक अध्ययन करेंगी… अपनी पार्टी और खुद के दम पर अदम्य साहस से विचार करेंगी… पहले सुरेंद्र की मायावती पर दिए उस बयान को सुनिए
अब मायावती को ‘मुख्यमंत्री बनने के लिए अगला जन्म लेना होगा….मायावती भाजपा के कारण तीन बार मुख्यमंत्री बनीं और अब भाजपा का विरोध करना उनके जीवन का तरीका बन गया है…. यदि भाजपा ने उन्हें समर्थन नहीं दिया होता तो वह कभी मुख्यमंत्री नहीं बनतीं…. मुख्यमंत्री बनने के लिए अब उन्हें दूसरा जन्म लेना होगा…. सुरेंद्र सिंह यहीं नहीं रुके. उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें ‘राज धर्म’ का कोई ज्ञान नहीं है और उन्हें देश की जनता ने पहले ही नकार दिया है…. BJP विधायक बोले, ममता बनर्जी को भी वैसे ही सबक सिखाया जा सकता है, जैसे चिदंबरम और दूसरों को
आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले ही सुरेंद्र सिंह ने एक विवादित बयान दिया था और उन्होंने कहा था कि मुस्लिम कई पत्नियां रखते हैं… और उनके बच्चे जानवर प्रवृत्ति के होते हैं…. इतना ही नहीं… सुरेंद्र डॉक्टरों को ‘राक्षस’ और पत्रकारों को ‘दलाल’ बोल चुके हैं…. हिंदू धर्म बचाने के लिए विधायक ने हिंदुओं से अधिक बच्चे पैदा करने का आग्रह भी कर चुके हैं…. हालांकि, भाजपा लगातार उनके बयानों को नजरअंदाज करती आई है…. लेकिन क्या मायावती खुद पर सुरेंद्र की ओर से दिए गए बयान को नजरअंदाज करेंगी… या फिर उनके समर्थक