जब उत्तराखंड में अतीक अहमद ने दिया था दखल, पहली बार 2006 में सुनाई दी थी खौफ की गूंज

जब माफीया अतीक अहमद ने उत्तराखंड में फैलाने चाहे थे अपने पैर
जब उत्तराखंड में पहली बार दिया था अतीक अहमद ने दखल
पहली बार साल 2006 में अतीक अहमद की सुनाई थी खौफ की गूंज
अतीक के गुर्गों ने एकदम फिल्मी स्टाइल में दिया था लूट को अंजाम
उत्तराखं में अतीक अहमद की पहली वारदात और उत्तराखंड पुलिस ने निकाल दी हवा

यूपी में जब से माफिया अतीक अहमद की हत्या हुई है तब से ही पूरे सूबे में अतरिक्त सतर्कता बरती जा रही है इसका असर पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में भी देखने को मिल रहा है….और उत्तराखंड में भी पुलिस को अलर्ट मोड पर रखा गया है क्योंकि अतीक के नाम का खौफ उत्तर प्रदेश के साथ साथ कई राज्यों में गूंजता था….उसकी गैंग ने ना केवल यूपी बल्कि दूसरे राज्यों की पुलिस की नाक में दम करके रखा था….और यूपी के पड़ोसी राज्य होने के चलते उत्तराखंड में भी अतीक अहमद का ठीक-ठीक खौफ बताया जाता है…लेकिन सवाल ये है कि उत्तराखंड में अतीक ने अपने कामों का अंजाम देना कब शुरू किया….चलिए आपको बताते हैं अतीक अहमद के उसी काले कारनामे बारे में जिसने उत्तराखंड पुलिस के माथे पर बल ला दिए थे….बताएंगे आपको पूरी खबर बस आप हमारे इस वीडियो को आखिर तक देखते रहें….

दरअसल उत्तराखंड उत्तरप्रदेश का पड़ोसी राज्य है और उत्तरप्रदेश में जिस बाहुबली का सिक्का चलता है वो अपना प्रभाव उत्तराखंड में जरूर फैलाना चाहता है क्योंकि पड़ोसी राज्य होने के चलते उत्तराखंड में काम करना आसान हो जाता है…यही वजह है कि उत्तर प्रदेश के साथ-साथ उत्तराखंड में भी माफिया अतीक अहमद का दखल रहा था और साल 2006 ही वो साल था जब उत्तराखंड में पहली बार अतीक अहमद के खौफ की गूंज सुनाई दी

दरअसल, अतीक अहमद की गैंग से जुड़े गुर्गों ने 17 साल पहले मुनिकीरेती में कार सवार सुनारों से हथियारों के बल पर लाखों के जेवर और नकदी लूटी थी…और जब पुलिस को इस वारदात का पता चला और ये पता चला कि इस वारदात को अंजाम अतीक अहमद के गुर्गों ने दिया है तो पुलिस पहले तो सन्न रह गई उसे यकीन ही नहीं हो रहा था कि यूपी का एक माफिया उत्तराखंड में भी कोई वारदात कर सकता है जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और पुलिस ने उस समय डकैती का मुकदमा दर्ज किया था। साथ ही सभी बदमाशों की गिरफ्तारी भी कर ली और उनसे लूटे गए कुछ जेवर और नकदी भी बरामद कर ली। तब अतीक अहमद के इस कारनामें की चर्चा कई दिनों तक रही थी…वैसे चर्चा इस लूट के तरीके की भी खूब हुई

फिल्मी स्टाइल में की थी लूट

दरअसल अतीक अहमद गैंग के गुर्गों ने फर्जी सेल टैक्स अधिकारी का भेष बनाया और इसके बाद उन्होंने मुनिकीरेती में डकैती डाली थी। उस वक्त रुद्रप्रयाग से कुछ सुनार कार में सवार होकर सोने-चांदी के जेवरों के साथ ऋषिकेश आ रहे थे। डकैती से पहले अतीक गैंग के गुर्गों ने फर्जी सेल टैक्स अधिकारी की कार नंबर प्लेट और बत्ती का प्रयोग किया था। इसी कार की वजह से उन्होंने वारदात को अंजाम दिया और इसके बाद फरार हो गए थे।

फिलहाल अतीक अहमद की हत्या हो चुकी है और अब सब तरफ से ही अतीक अहमद का खौफ खत्म हो गया है….बता दें कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की उस समय हत्या कर दी गई जब पुलिस देर रात मेडिकल के लिए ले जा रही थी इसी दौरान तीन लड़कों ने रिपोर्टर बनकर अतीक अहमद और उसके भाई पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी जिसमें दोनों की मौके पर ही मौत हो गई और उन लड़कों को भी पकड़ लिया गया….इस घटना के बाद से ही यूपी के सभी जिलों में धारा 144 लगा दी गई थी और इसी के चलते उत्तराखंड में भी पुलिस को अलर्ट पर रखा गया था….आपको हमारी ये खबर कैसी लगी हमें कमेंट कर जरूर बताएंगे साथ ही उत्तराखंड से जुड़ी हर खबर के लिए हमारा चैनल भी सब्सक्राइब कर लें…शुक्रिया