Shah-Kushwaha की secret meeting.. बंद कमरे हुई बातचीत नीतीश से बदले का प्लान.. .तीन तारीखों का डेट फिक्स!
बंद कमरा, 45 मिनट और शाह-कुशवाहा की सीक्रेट मीटिंग… हो गई दोनों की सियासत की सेटिंग
महीने के अंत में होगा बड़े सियासी खेल ऐलान.. क्या नीतीश से बदला लेने का है प्लान
उपेंद्र कुशवाहा की अमित शाह से बड़ी बड़ी मांग… नीतीश सुनेंगे… तो हैरान हो जाएंगे… कहेंगे- चिराग के बाद कुशवाहा भी अपने पीछे पड़ गया
बिहार में एक बार फिर नए सियासी समीकरणों को बनाने की तैयारी तेज होती दिख रही… 20 अप्रैल को उपेंद्र कुशवाहा ने बीजेपी के चाणक्य अमित शाह से दिल्ली में एक बंद कमरे में 45 मिनट तक एक सीक्रेट मीटिंग की… जिससे सियासी गलियारे में अटकलों का बाजार गर्म है…सियासी गलियारे में चर्चा है… उपेंद्र कुशवाहा अमित शाह से यूं ही मिलने नहीं गए थे… ये एक बड़े प्लान का हिस्सा है, जो इस महीने के अंत में अंजाम तक पहुंचाया जाएगा… इस प्लान पर उपेंद्र कुशवाहा ने काम शुरू भी कर दिया है… अमित शाह से मुलाकात इसी प्लान का एक हिस्सा है…45 मिनट की इस मुलाकात में बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जायसवाल और RLJD के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव माधव आनंद भी उपेंद्र कुशवाहा के साथ थे…
एक समय था जब उपेंद्र कुशवाहा ने कहा था कि यदुवंशी का दूध और कुशवंशी का चावल अगर मिल जाए तो सबसे स्वादिष्ट खीर तैयार होगी… तब यह अटकलें लगाई जाने लगी कि उपेंद्र कुशवाहा आरजेडी के साथ गठबंधन बनाएंगे… तब आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने खीर वाले बयान का समर्थन किया था… उधर, तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा था- प्रेमभाव से बनाई गई खीर में पौष्टिकता, स्वाद और ऊर्जा की भरपूर मात्रा होती है… अब नॉर्थ ब्लॉक में बीजेपी के रणनीतिकार अमित शाह से उपेंद्र कुशवाहा के मिलने के बाद यह माना जा रहा है कि वे एनडीए को मजबूत करने जा रहे हैं… सियासत के नए समीकरण के साथ बिहार की राजनीति में नए गुल खुलने के संकेत मिल रहे हैं… इस मुलाकात की गंभीरता को इसी बात से समझ सकते हैं कि पार्टी गठन के बाद अमित शाह की उपेंद्र कुशवाहा की पहली मुलाकात है… और वो भी उस खास समय में जब अमित शाह बिहार की राजनीति में गठबंधन को नए सिरे से मजबूत करने में लगे हैं… इस मुलाकात में बिहार बीजेपी सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल का भी मौजूद रहना ये बताता है कि ये प्रयास उनकी प्रदेश अध्यक्ष कार्यकाल से ही चल रहा है…अब कहा जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा NDA में जाने का मन बना लिया है.. इसीलिए आखिरी दौर की बात के लिए वो अमित शाह से मिले… बड़ी जानकारी ये है कि उपेंद्र कुशवाहा ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सीट शेयरिंग पर भी अपने मन की बात सामने रखी… उपेंद्र कुशवाहा का NDA में आना तय हो गया है… ये अलग बात है कि वो NDA में अपनी नई पार्टी RLJD का विलय नहीं करेंगे बल्कि गठबंधन में बतौर एक पार्टी शामिल होंगे…
अब अहम सवाल ये कि उपेंद्र कुशवाहा इतना समय क्यों ले रहे हैं… जब NDA में जाना ही था तो नई पार्टी की घोषणा के साथ ही ये ऐलान भी कर देते… लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया… इसके पीछे दो बड़ी वजहें थीं… पहली ये कि वो अपने साथियों का मन-मिजाज भी टटोल रहे थे… उपेंद्र कुशवाहा ये जानना चाह रहे थे कि नई पार्टी में कितने साथी NDA में जाने के उनके फैसले पर हां कहेंगे… दूसरी अहम वजह तो सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक अंदाज से मिलती जुलती है… वो वजह ये है कि उपेंद्र कुशवाहा लोगों को किश्तों में चौंकाते हैं… एक औऱ बात बात है… उपेंद्र कुशवाहा इसके बारे में खुल कर इसलिए नहीं बोल रहे हैं… क्योंकि वो इसके लिए उपेंद्र कुशवाहा को तीन खास तारीखों का इंतजार है…माना जा रहा 28, 29 और 30 अप्रैल को उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल नालंदा के राजगीर में शिविर लगाने जा रही है… कहने को तो इस शिविर में पार्टी की मजबूती पर मंथन होगा, लेकिन इसी शिविर में उपेंद्र कुशवाहा अपने मन की बात सामने रख देंगे… माना जा रहा है… उपेंद्र कुशवाहा इसी शिविर से NDA के साथ जाने और महागठबंधन के खिलाफ जंग का ऐलान करेंगे…