- हरदोई से बीजेपी MLA श्याम प्रकाश का अजब फैसला
- चिकित्सा सामग्री खरीद के लिए दिया दान
- जब दिखने लगा भ्रष्टाचार का बोलबाला
- कहा- मेरी निधि वापस दी जाए
हरदोई के गोपामऊ से बीजेपी MLA श्याम प्रकाश ने जिस अंदाज में प्रशासन पर आंख तरेरी उस पर सीएम योगी क्या कहेंगे ? क्या कहेगी बीजेपी ? कोरोना से जंग में उनके अपने ही, अपनी सरकार के अधीन प्रशासन को भ्रष्टाचार में डूबा मान खपा हो गए । प्रशासन से अपनी विकास निधि से दिए 25 लाख रुपये वापस मांग ली । इसके लिए प्रशासन को उन्होंने बकायदा चिट्ठी लिखी है ।
अब समझिए बात क्या है ? क्यों CM योगी के इस विधायक का गुस्सा सातवें आसमान पर है ? दरअसल, बीजेपी विधायक श्याम प्रकाश ने 26 मार्च को पत्र लिखकर 25 लाख रुपए की निधि मुख्य विकास अधिकारी को ये कहकर दी थी कि उनके इलाके की सीएचसी, पीएचसी में चिकित्सा की सामग्री किट और इलाके की जनता के लिए सैनिटाइजर और मास्क की खरीद की जाए । लेकिन प्रशासन विधायक निधि से अब तक न तो सैनिटाइजर खरीद पाया और न ही कोई मास्क या चिकित्सा सामग्री ही खरीदी गई ।
16 अप्रैल को विधायक श्याम प्रकाश ने सीडीओ को पत्र लिखकर यह जानकारी चाही कि उनकी निधि से अब तक सामान क्यों नहीं खरीदा गया? लेकिन उस चिट्ठी का कोई भी जवाब विधायक को नहीं मिला। इस बीच चिकित्सा सामग्री में खरीद-फरोख्त को लेकर भ्रष्टाचार की खबरें जब सामने आई, तो इन खबरों का हवाला देते हुए विधायक श्याम प्रकाश ने पाला बदला और अपनी विधायक निधि ये कहकर वापस मांग ली कि चिकित्सा सामग्री खरीद में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। लिहाजा उनकी निधि को वापस कर दिया जाए ताकि उनकी निधि सही काम में जनता के काम आ सके।