पहाड़ के भड़कटिया गांव की Chandni Kunwar ने छुआ आसमान, भारतीय सेना में बनी लेफ्टिनेंट…

पहाड़ की एक और बेटी ने छू लिया आसमान
देवभूमि उत्तराखंड की बेटी ने दिखा दिया लड़कियां किसी से कम नहीं
भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर बता दिया हम किसी से कम नहीं
चांदनी कुंवर की लेफ्टिनेंट बनने का सफर युवाओं को जोश से भर देगा

जब जब देशभक्ति की बात होती है तो पहाड़ों के बेटे बेटियों ने हमेशा देश का नाम ऊंचा किया है…और उत्तराखंड के युवा इसमें सबसे आगे नजर आते हैं…सेना में नीचे से लेकर ऊपर तक लगभग हर पोस्ट पर देवभूमि उत्तराखंड के लोग आपको मिल जाएंगे….और अब तो सेना में उत्तराखंड की बेटियां भी बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं और हर पोस्ट पर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही हैं अब इसी सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए…उत्तराखंड की एक और बेटी ने ना केवल उत्तराखंड का बल्कि देश का नाम भी ऊंचा कर दिया है…उत्तराखंड की ये बेटी भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर पहुंच गई है…चलिए आपको बताते हैं कि कौन है ये उत्तराखंड की बेटी और किस इलाके से आती है जिसने उत्तराखंड के लोगों को गर्व से भरने का काम किया है….बताएंगे आपको पूरी खबर बस आप हमारे इस वीडियो को आखिर तक देखते रहें

दरअसल पहाड़ों में अनगिनत प्रतिभाएं हैं और यहां की बेटियां भी अलग ही मिट्टी की बनी हैं जो हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन कर रही हैं और अब सेना भी इससे अछूती नहीं है वैसे तो सेना में पुरूषों का दबदबा है लेकिन अब यहां भी बेटियों ने दस्तक दे दी है और इन बेटियों में अब सीमांत जिले पिथौरागढ़ की रहने वाली चांदनी कुंवर का नाम भी शामिल हो गया है। चांदनी ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर उत्तराखंड को गर्व से भरने का काम किया है। उनकी इस सफलता से पूरे इलाके में खुशी का माहौल है…चांदनी कुंवर के घर बधाई देने वालों की भीड़ लगी हुई है….चलिए आपको बताते हैं कि चांदनी कुंवर का बचपन कैसा रहा और लेफ्टिनेंट बनने से पहले उनका संघर्ष कितना बड़ा था।

चांदनी कुंवर मूलरूप से पिथौरागढ़ जिले के भड़कटिया गांव की रहने वाली हैं।
उनकी शुरुआती पढ़ाई मानस एकेडमी में हुई। वह बचपन से ही पढ़ाई में अच्छी रहीं और 12वीं में स्कूल भी टॉप भी किया।
चांदनी के पास कई करियर ऑप्शन थे, लेकिन वो सेना में शामिल होना चाहती थीं
कड़ी मेहनत के दम पर आखिरकार चांदनी ने अपने लक्ष्य को हासिल कर लिया।
वह भारतीय सैन्य अकादमी चेन्नई से प्रशिक्षण प्राप्त कर पास आउट हुईं। इसी के साथ वो सेना में अफसर बन गई।

बीते साल चांदनी ने सीडीएस की प्रवेश परीक्षा में ऑल इंडिया लेवल पर पांचवीं रैंक हासिल कर सबको चौंका दिया था इसके बाद वो ट्रेनिंग के लिए चेन्नई रवाना हो गई थीं। पासिंग आउट परेड के बाद चांदनी आखिरकार भारतीय सेना का अभिन्न अंग बन गईं। उनके पिता ने बेटी के कंधों पर सितारे सजाकर उन्हें सेना को समर्पित किया। चांदनी ने आर्मी सर्विस कॉपर्स में कमीशन प्राप्त किया है। उनकी पहली पोस्टिंग जम्मू-कश्मीर के लेह में हुई है। उनकी सफलता पर परिवार और जिलेभर में खुशी का माहौल है। और जब चांदनी कुंवर के माता पिता को कोई बेटी की इस सफलता पर बधाई देता है तो उनकी आंखों में गर्व से भरी खुशी साफ नजर आ जाती है….हमारी तरफ से भी चांदनी कुंवर को खूब खूब बधाई…और हम ये उम्मीद करते हैं कि चांदनी कुंवर का संघर्ष बाकि युवाओं के लिए प्रेरित करने वाला साबित होगा….आपको हमारी ये खबर कैसी लगी हमें कमेंट कर जरूर बताएं साथ ही उत्तराखंड से जुड़ी हर खबर के लिए हमारा चैनल सब्सक्राइब कर लें…शुक्रिया