sanjeev balyan

राजनीति की दुनिया में कभी कभी नेता ऐसे मुद्दे को अपनी सहमति दे देते हैं… जो उनके लिए क्या परिणाम लेकर आएगा… ये तो भविष्य के गर्भ में छिपा होता है… लेकिन वर्तमान में उनकी कही बात उनके अपने लिए ही मुसीबतों के साथ चुनौतियों को लेकर आता है… अब देखिए… यूपी में सीएम योगी की अगुवाई में सरकार है… सीएम योगी की कमान से दिल्ली के लिए यूपी से रास्ता निकालने का विश्वास बीजेपी आलाकमान को है… मोदी-शाह को विश्वास है… योगी इस बार भी उतनी सीट निकलकर देंगे जितनी पिछली बार दिया था… लेकिन यूपी से ही सांसद संजीव बालियान को लगता है सीएम योगी की नेतृत्व क्षमता पर विश्वास नहीं है… संजीव बालियान (Sanjeev Balyan) ने ताजा ताजा जो बयान दिया है… उससे तो यही लगता है… पश्चिमी यूपी में आरएलडी चीफ जयंत चौधरी का कद बढ़ गया है… जयंत का सियासी कद कुछ इस तरह से बढा है… उसके आगे बालियान क्या मोदी-योगी की भी नहीं चलेगी… अब चुकि संजीव बालियान पश्चिमी यूपी से लोकसभा चुनाव लड़ते आए हैं… इसलिए अपनी राजनीति को ताकत देने के लिए 24 में बेड़ा पार करने के लिए एक ऐसा बयान दिया है… जिसे जानकर जयंत चौधरी तो जरूर मुस्कुराए होंगे… सीएम योगी को तो जरूर हैरानी हुई होगी…


ये बात किसी से छिपी नहीं है कि पश्चिमी यूपी में जाटों के बीच आरएलडी चीफ जयंत चौधरी का सियासी रुतबा आकर्षण का केंद्र है… जाट समाज से आने वाले अन्य नेता पर भारी है… लेकिन जयंत के इस रुतबे से सबसे ज्यादा खतरा है तो… वो बीजेपी में मौजूद जाट समाज से आने वाले एक नेता संजीव बालियान को… जो बहुत दिनों जयंत की राजनीति को तोड़ने के लिए प्रयास कर रहे थे… अब लगता है… शायद इसलिए संजीव बालियान ने एक ऐसी चली है… शायद उन्हें विश्वास हो गया है… उनकी इस चाल से जयंत की राजनीति पर प्रहार किया जा सकता है… जाट समाज से वास्ता रखने वाले संजीव बालियान ने अब बड़े दिनों के बाद एक ऐसी मांग की है… जिसे सुनकर जयंत चौधरी मुस्कराए तो जरूर होंगे… आपस में बात तो जरूर कर रहे होंगे… उनका दबाव तो काम कर गया है… वैसे बीजेपी सांसद संजीव बालियान ने अब अपनी ही सरकार से जो मांग की है… उस सुनकर जाट समाज ये बात जरूर बोल रहा है… उनका ये कदम स्वागत योग्य है… लेकिन इस मांग की मांग करने में इतनी देरी क्यों हुई… हालांकि ये मांग तो बहुत सालों से हो रही है… जब से यूपी से विभाजन हुआ तब से इसकी मांग हो रही थी… इतने साल बीत जाने के बाद भी अबतक वैसा नहीं हुआ… जैसा पश्चिमी यूपी के लोग मांग कर रहे थे…


दरअसल संजीव बालियान (Sanjeev Balyan) ने अपनी सरकार से पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्‍य बनाने की मांग की है… पश्चिमी अलग राज्य बनाने की मांग का समर्थन किया है… संजीव बालियान कह रहे हैं… पश्चिमी उत्तर प्रदेश अलग राज्य बनना चाहिए और मेरठ को इस नए प्रदेश की राजधानी बनाया जाना चाहिये… यहां की आबादी आठ करोड़ है और उच्‍च न्‍यायालय यहां से 750 किलोमीटर दूर हैं, ऐसे में ये मांग पूरी तरह जायज है…


जाट संसद में पश्चिमी यूपी को अलग राज्य बनाने का मुद्दा उठा… इसके अलावा जाट संसद में केंद्र में ओबीसी वर्ग में आरक्षण, बेगम पुल रैपिड स्टेशन का नाम चौधरी चरण सिंह के नाम पर रखने की मांग की गई… इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, सर छोटू राम और राजा महेंद्र सिंह को भारत रत्न दिए जाने और देश के नए संसद भवन में महाराजा सूरजमल का स्मारक लगाये जाने आदि की मांग भी की गई… इस संसद में सभी पार्टियों के जाट समाज के जन प्रतिनिधि शामिल हुए… जिसमें सामाजिक, राजनीति और वर्तमान और पूर्व प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल हुए… अपने संबोधन में संजीव बालियान ने जाटों को राष्टवादी कौम बताते हुए कहा, इसका कोई तोड़ नहीं है, लेकिन राजनीति में सभी को साथ लेकर चलने की जरूरत है, सबके बिना तो कोई गांव में प्रधान भी नहीं बन सकता


जाट आरक्षण पर बालियान ने कहा ये कहना गलत है कि अदालत में सरकार की लचर पैरवी से आरक्षण खत्म हुआ। सरकार ने पूरी मजबूती से पक्ष रखा… आगे जो भी आरक्षण की बात करेगा मैं उसके पीछे रहूंगा… जाट आरक्षण संघर्ष समिति के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कहा आरक्षण की मांग पूरा करने के लिए राजनेताओं का सहारा लेना होगा…