दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने 3 मई तक लॉकडाउन कर रखा है। लॉकडाउन का असर अब दिखने भी लगा है और कोरोना संक्रमण की जो रफ्तार पहले थी वह अब धीमे-धीमे कम पड़ती दिखाई दे रही है। लॉक डाउन ( Lockdown) के परिणाम से उत्साहित कई राज्यों ने 3 मई के बाद भी लॉकडाउन को बढ़ाने की इच्छा जाहिर की है। दिल्ली सरकार (Delhi Government) द्वारा कोरोना महामारी पर बनाई गई खास कमिटी ने पहले ही कह दिया था कि यदि कोरोना संक्रमण को पूरी तरह से हराना है तो राजधानी में 16 मई तक लॉकडाउन को बढ़ाने की जरूरत है। दिल्ली की तरह ही अब दूसरे प्रदेशों ने भी लॉकडाउन को आगे बढ़ाने की सिफारिश शुरू कर दी है। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पंजाब, पश्चिम बंगाल और ओडिशा ने लॉकडाउन को आगे बढ़ाने की बात कही है। वहीं आंध्र प्रदेश, हरियाणा, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात और हिमाचल प्रदेश
ने साफ तौर पर कहा है कि वे केंद्र सरकार के निर्देशों का ही पालन करेंगे। हालाकिं असम, केरल और बिहार ने इस बारे में अभी अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन इन राज्यों ने भी के कहा है कि वह प्रधानमंत्री और अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों से सलाह मशविरा करने के बाद ही कोई फैसला लेंगे। उधर कोरोना के बढ़ते मरीज़ो को देखते हुए तेलंगाना सरकार ने पहले ही लॉकडाउन को 7 मई तक बढ़ा रखा है।

मन की बात में प्रधानमंत्री का संदेश:
लॉकडाउन -2 के ख़त्म होने के एक सप्ताह पहले “मन की बात” में देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने एक प्रेरक श्लोक सुनाया “अग्नि शेषं, ऋण शेषं, शत्रु शेषं…..पुनः पुनः प्रवर्धेत” जिसका अर्थ होता है , अगर अग्नि को जलता, ऋण को पूरा चुकता किये बिना और शत्रु जीवित छोड़ दिया जाये तो वे फिर बढ़ जाते हैं। उन्होंने लोगों को अति-आत्मविश्वास में भूल से भी कोई गलती न करने की सलाह दी। यानी लॉकडाउन रहेगा भले हीं जीवन की गति बनाये रखने के लिए इसमें चरणबद्ध तरीके से कुछ ढील दी जाये। अब प्रधानमंत्री मुख्यमंत्रियों से बात करेंगें ताकि लॉकडाउन-3 के स्वरुप, विस्तार और प्रकार पर केंद्र अपनी गाइडलाइन तैयार कर सके। चूंकि लॉकडाउन -1 के पहले केंद्र ने मुख्यमंत्रियों से सलाह नहीं ली थी जिसकी वजह से प्रवासी मजदूरों की एक बड़ी समस्या उत्पन्न हो गयी थी जो कि आज भी बनी हुई है। लिहाज़ा अब प्रधानमंत्री मुख्यमंत्रियों से बात करने के बाद हीं फैसला ले रहे हैं।

क्या बढ़ेगा लॉक डाउन:
समूचे भारत मे लॉकडाउन को एक महीना से ज़्यादा समय हो चुका है जो कि 3 मई तक जारी रहेगा। 3 मई को लॉक डाउन पार्ट -2 खत्म होगा । अब नाइ बहस ये है कि लॉक डाउन पार्ट-3 शुरू होगा या इससे मुक्ति मिलेगी या फिर सरकार कुछ छूट के साथ इसे जारी रखेगी। लॉक डाउन में सबसे ज़्यादा समस्या दूसरे राज्यों के प्रवासी झेल रहे हैं। कई राज्‍यों ने दूसरे स्‍टेट्स में बसें भेज दी हैं ताकि कन बसों में सवार होकर लोग अपने-अपने राज्‍य वापस लौटें सके। उत्‍तर प्रदेश ने शनिवार से ही इसकी शुरुआत कर दी थी। मध्‍य प्रदेश ने महाराष्‍ट्र को पत्र लिखा है कि वहां के लोगों को वापस आने दें। महाराष्‍ट्र ने राजस्‍थान सरकार से अपने लोगों के लिए सेफ पैसेज मांगा है। छत्‍तीसढ़ ने भी कोटा में बसें भेजकर डेढ़ हजार छात्रों को बुलवा लिया है। जम्‍मू-कश्‍मीर ने भी अपने लोगों को अलग-अलग राज्‍यों से बुलाना शुरू कर दिया है। इससे लगता है कि लॉक डाउन 100% आगे बढ़ेगा।