• योगी सरकार का बड़ा फैसला
  • किसानों को सरकार ने दी बड़ी राह
  • 46 कृषि जिंसो पर से मण्डी शुल्क और विकास शुल्क खत्म

योगी सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा किया है । इसके साथ ही शराब के दाम भी बढ़ाए गए हैं ।दोनों प्रस्ताव को योगी कैबिनेट ने बुधवार को पास कर दिया और नई कीमतें तुरंत लागू भी कर दी गई हैं । लेकिन इसके साथ सरकार जनता को राहत देने के लिए बड़ी रियायतें भी दी है ।

क्या है ये रियायतें ?

दरअसल योगी सरकार ने 46 कृषि जिन्सों पर मण्डी शुल्क और विकास शुल्क समाप्त कर दिया है । अब बड़ी बात ये है कि सरकार ने इन 46 कृषि जिन्स पर से मण्डी और विकास शुल्क खत्म किया तो इसका फायदा किसान और जनता को ही मिलने वाला है ।

ये है 46 कृषि जिंस

जिन 46 जिंसों से मंडी और विकास शुल्क खत्म किया गया है, उनके नाम इस प्रकार से है:-

1- आम, 2- सेव, 3- हरी मटर, 4- केला, 5- अनार, 6- बंद एंव फूल गोभी, 7-मौसम्मी, 8- अंगूर, 9- पपीता, 10-तरबूज, 11- नारंगी, 12- बैगन, 13-ककड़ी-खीरा, 14-कद्दू, 15- लौकी, 16- गाजर, 17- अरबी, 18-अमरूद, 19- मूली, 20-पेठा, 21-भिण्डी, 22- परवल, 23- कटहल (कच्चा), 24- करेला, 25- किन्नू, 26- खरबूजा, 27- तरोई, 28-शकरकन्द, 29- चीकू, 30-लीची, 31-आंवला, 32- कुन्दरू, 33-नाशपाती, 34-जिमिकन्द, 35-टिण्डा, 36- बेर, 37-माल्टा, 38- आडू, 39- लोबिया हरी, 40-कटहल एक्का, 41- चकोतरा, 42- लोकाट, 43- खुबानी, 44-ब्रोकली, 45-सिंघाड़ा, 46- ग्रेपफ्रूट

46 प्रकार के फल एवं सब्जियों को मण्डी अधिनियम की अधिसूचना से हटा दिया गया है अब इन पर को मंडी शुल्क नहीं लग सकेगा । इसके अलावा अब किसान अपनी सुविधा से फार्म गेट पर अथवा कहीं भी किसी भी व्यापारी या प्रसंस्करण इकाई को अपना उत्पाद बेचने को स्वतंत्र होगा। वह चाहे तो सीधे सामान्य उपभोक्ताओं को भी अपने उत्पाद बेच सकेगा। साथ ही डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से देश में कहीं भी अपना माल बेचकर लाभकारी मूल्य हासिल कर सकता है।