मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि आस्था का पूरा सम्मान है। इसमें सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं है। लेकिन इसका सार्वजनिक रूप से भोंडा प्रदर्शन कर दूसरों को परेशान किया जाए यह स्वीकार्य नहीं है। मुख्यमंत्री ने यह बातें बुधवार को प्रदेश भर के फील्ड अधिकारियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग से संबोधन के दौरान कहीं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को ईद व अक्षय तृतीया के मौके पर ज्यादा सतर्कता और संवेदनशीलता बरतने की हिदायत भी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आम जन को शासन की नीतियों का लाभ दिलाने में फील्ड में तैनात अधिकारियों की भूमिका अहम है। हमने प्रदेश में अराजकता और दंगों की संस्कृति को समाप्त किया है। संप्रदायिकता सौहार्द का वातावरण कायम किया है। बीते त्योहारों पर शांति व सौहार्द का माहौल रहा। आने वाले त्योहारों को लेकर और अधिक सतर्कता व संवेदनशीलता की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में संवाद का बड़ा महत्व है। इससे ही धार्मिक स्थलों पर लगे अनावश्यक लाउडस्पीकर हटवाने में सफलता मिली है। सौहार्द के साथ हमने ऐसा करके एक उदाहरण पेश किया है। सभी धर्मगुरुओं से आगे भी संवाद जारी रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि नए स्थलों पर लाउडस्पीकर लगाने की अनुमति न दी जाए।
दूसरे की जगह ड्यूटी संज्ञेय अपराध
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी काम वही करेगा जिसे आवंटित है। ऐसी खबर है कि कुछ लोग बाहरी लोगों को अनाधिकृत अधिकार दे रहे हैं। ऐसी घटना को संज्ञेय अपराध माना जाएगा। कहा कि दलालों को सरकारी कार्यालयों से दूर रखा जाए।
जीडीपी बढ़ाने की कार्ययोजना बनाएं जिला
– अफसरों को अपने जिले की जीडीपी बढ़ाने की कार्ययोजना बनाने का निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हर जिला अपनी आय वृद्धि की नियमित समीक्षा करे। इसमें पर्यटन व निर्यात को बढ़ाने की कोशिश की जाए।
–जिले के शहीद स्मारकों, स्वाधीनता संग्राम से जुड़े स्थलों, प्रमुख धर्म स्थलों, प्रमुख पर्यटन स्थलों पर हर दिन आधा घंटा पुलिस, पीएसी बैंड द्वारा राष्ट्रभक्ति के गीत की धुन बजाई जाएं।
जनसमस्याओं के निस्तारण को प्राथमिकता दें
मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को अपनी तैनाती क्षेत्र में रात्रि विश्राम के निर्देश दिए। कहा कि आम जन की समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता से करें। हर माह के पहले व तीसरे शनिवार को तहसील दिवस, दूसरे व चौथे शनिवार को थाना दिवस व ब्लॉक दिवस आयोजित किए जाएं। ब्लॉक दिवस पर सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहें ताकि समस्याओं का निस्तारण हो सके। सोमवार से शुक्रवार तक हर दिन एक घंटा जनसुनवाई करें।
फील्ड में रात बिताएं अफसर : योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि अधिकारी फील्ड का नियमित भ्रमण करें। क्षेत्र में रात्रि निवास करें। रेंज और जोन स्तर के अधिकारी अलग-अलग जिलों में रात्रि विश्राम करें और स्थानीय समस्याओं, संभावनाओं की जानकारी कर कार्रवाई करें। डीएम और पुलिस कप्तान माह में कम से कम एक बार तहसील, सर्किल में बारी-बारी से रात्रि विश्राम करें। मुख्यमंत्री ने यह बातें प्रदेश भर के फील्ड अधिकारियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधन के दौरान कहीं।
अन्य अहम निर्देश भी दिए
– जनप्रतिनिधियों से संवाद व संपर्क बनाए रखें। फोन रिसीव न कर सकें तो कॉल बैक करें।
– फील्ड में तैनात वरिष्ठ अधिकारी तहसील, ब्लॉक व सर्किल का औचक निरीक्षण करें।
– दागी इतिहास वाले संस्थानों को परीक्षा केंद्र किसी हाल में न बनाएं।
– पीआरवी 112 के रिस्पॉन्स टाइम कम से कम करने की कोशिश करें।
– थानाध्यक्ष की तैनाती करते समय दक्षता, कर्मठता व सत्यनिष्ठा की परख करें। दागी को थाने की जिम्मेदारी न दें।
– हर जिले में बड़े माफि या की सूची तैयार हो। थानों में टॉप 10 अपराधियों की लिस्ट तैयार करें।
– महिला, एससी, एसटी, बाल यौन उत्पीड़न से जुड़े अपराध के मामलों में पूरी संवेदनशीलता बरतें।
– डीएम और पुलिस कप्तान जिला न्यायाधीश से हर माह न्यूनतम एक बार जरूर भेंट करें।
35 हजार से अधिक लाउडस्पीकरों की आवाज कम कराई
प्रदेश भर में चल रहे अभियान के तहत धार्मिक स्थलों पर लगे करीब 11 हजार अवैध लाउडस्पीकर उतारे गए हैं। इसके अलावा 35 हजार से अधिक लाउडस्पीकरों की आवाज (वॉल्यूम) कम कराई गई है। अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि यह कार्रवाई हाईकोर्ट के 2018 के आदेश का अनुपालन कराए जाने के लिए शासन के निर्देश पर की गई है। अभियान के तहत अब तक 40 हजार बैठकें धर्मगुरुओं व धर्मस्थल की समितियों के साथ थाने स्तर पर की गई हैं। इन बैठकों में हुए आपसी समन्वय के तहत धार्मिक स्थलों पर लगे 10,923 अवैध लाउडस्पीकर उतरवाए गए हैं और 35,221 की ध्वनि मानक के अनुसार निर्धारित कराई गई है।
लखनऊ जोन सबसे ऊपर
एडीजी ने बताया कि सबसे अधिक कार्रवाई लखनऊ जोन में हुई है। यहां 2395 अवैध लाउडस्पीकर धार्मिक स्थलों से उतरवाए गए और 7397 के आवाज मानक के अनुरूप कराए गए। इसी तरह गोरखपुर जोन में यह संख्या क्रमश: 1788 व 5561 रही। पुलिस कमिश्नरेट क्षेत्र में भी लखनऊ में सबसे ज्यादा 190 लाउडस्पीकर उतरवाए गए और 1235 की आवाज कम कराई गई। वाराणसी कमिश्नरेट में क्रमश: यह संख्या 170 व 374, कानपुर में में 80 व 335 और नोएडा में 19 व 462 रही।
बिना पक्षपात कार्रवाई
अधिकतर धर्मस्थलों से लोगों ने खुद ही लाउडस्पीकर हटवा लिए या आवाज कम कर दी। अब तक कहीं से भी इसे लेकर विरोध की बात सामने नहीं आई है। पुलिस बिना पक्षपात के कार्रवाई कर रही है। सभी वर्ग व धर्म के धार्मिक स्थलों पर नियमों का पालन कराया जा रहा है।
प्रशांत कुमार, एडीजी कानून-व्यवस्था, उप्र