जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) की खूबसूरती में चार चांद लगाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोटी जा रही है. एयरपोर्ट को चमकाने के साथ ही उसके आसपास के गांवों (Villages) को चमकाने के प्लान पर काम चल रहा है. एयरपोर्ट पर आने वाले देश-विदेश के यात्री (Foreign Passenger) गांवों की खराब इमेज न लेकर जाएं, इसके लिए जेवर एयरपोर्ट की जद में आने वाले गांवों पर 300 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम खर्च की जाएगी. साल 2021 में 14 गांव तो अब इस साल 16 गांवों का चयन किया गया है. गौरतलब रहे ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी (Greater Noida Authority) ने गांवों की सूरत बदलने का बीड़ा उठाया है.

30 गांवों में 310 करोड़ रुपये से होंगे यह खास काम

ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अफसरों की मानें तो 9 तरह के खास काम के जरिए गांवों को स्मार्ट विलेज बनाया जाएगा. इसके लिए गांवों को चयन किया जा चुका है. जो काम गांवों में पहली वरीयता के आधार पर कराए जाएंगे वो कुछ इस तरह से हैं.

सड़कें, ड्रेनेज, सीवरेज, जलापूर्ति और बिजली के कार्य

सामुदायिक केंद्र, पंचायत घर व प्राथमिक विद्यालय का विकास

हॉर्टिकल्चर व लैंड स्कैपिंग के कार्य-वाई-फाई की सुुविधा

खेल के मैदान का विकास

तालाबों का संरक्षण

सौर ऊर्जा का संरक्षण

कूड़े का प्रबंधन

स्ट्रीट फर्नीचर लगाना

युवाओं को हुनरमंद बनाना और रोजगार के लिए प्रेरित करना

ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के मुताबिक उसके अधिकार क्षेत्र में करीब 124 गांव आते हैं. लेकिन अभी इसमे से 30 गांवों का चयन स्मार्ट विलेज के रूप में किया गया है. बीते साल 2021 में 14 गांवों को तो इस साल 16 गांवों को स्मार्ट बनाने के लिए चुना गया है. स्मार्ट विलेज बनने वाले गांवों के नाम कुछ इस तरह हैं.

साल 2022 में चुगे गए गांव

घोड़ी -बछेड़ा

कुलेसरा

खैरपुर गुर्जर

इटेहरा

हैबतपुर

धूम मानिकपुर

मिलक लच्छी

देवला

कैलाशपुर

कासना

डाढ़ा

ऐच्छर

मुरशदपुऱ

लुक्सर

साल 2021 में स्मार्ट विलेज के लिए चुने गए 14 गांव

मायचा

छपरौला

सादुल्लापुर

तिलपता-करनवास

घरबरा

चीरसी

लड़पुरा

अमीनाबाद (नियाना)

सिरसा

घंघोला

अस्तौली

जलपुरा

चिपियाना खुर्द-तिगड़ी

युसुफपुर चक शाहबेरी.