यूपी की रानी जब हरियाणा में उपेक्षित हुई तो मायावती, चंद्रशेखर आजाद, अतुल गर्ग और मदन भैया जैसे नेता सियासत के मैदान में आ गए । सब उन्हें न्याय दिलाने के लिए आगे आए हैं ।

कौन है रानी नागर ?

ये 2014 बैच के हरियाणा कैडर की IAS है । नाम रानी नागर है । यूपी की गाजियाबाद की रहनेवाली हैं । गुर्जर बिरादरी से वास्ता है लेकिन कोरोना संकटकाल जब पूरा देश लॉकडाउन में खुद को कैद रखकर लड़ाई लड़ रहा है । उसी दौरान अपने एक ऐसे फैसले से रानी ने ना सिर्फ हरियाणा बल्कि यूपी में हडकंप मचा दिया है । अब गुर्जर बिरादरी खुलकर रानी के समर्थन सबके सामने है । उनके साथ जो हुआ, उनकी आवाज बनने के लिए गुर्जर समाज से ही वास्ता रखने वाले सियासत के धुरंधर मदन भैया, अतुल प्रधान जैसे दिग्गज बेताब है । बीएसपी प्रमुख मायावती तो इस मुद्दे को संजीदगी से उठा रही है । आखिर उनके क्षेत्र बादली की रहने वाली जो ठहरी । वहीं मायावती के उत्तराधिकारी कहने से ना हिचकने वाले आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद भी इस मामले में खामोशी की चादर ओढ़ने के लिए तैयार नहीं है । वो भी रानी को न्याय दिलाने के लिए आगे आए है ।

IAS रानी नागर के आरोप क्या हैं ?

तो 2014 बैच की IAS रानी नागर के साथ आखिर क्या हुआ जिसकी वजह से रानी बागी हो गई । अपनी आवाज बुलंद करने के लिए उन्हें सोशल मीडिया का सहारा लेना पड़ा । फेसबुक और ट्विटर पर उन्होंने लिखा ।

मैं रानी नागर पुत्री रतन सिंह नागर निवासी गाजियाबाद, गांव बादलपुर तहसील दादरी जिला गौतमबुद्धनगर। आप सभी को सूचित करना चाहती हूं, मैंने यह निर्णय लिया है कि आईएएस के पद से इस्तीफा दूंगी। अभी चंडीगढ़ में कर्फ्यू लगा हुआ है, इस कारण मैं और मेरी बहन रीमा नागर चंडीगढ़ से बाहर नहीं निकल सकते। चंडीगढ़ से आगे मार्ग में गाजियाबाद तक रास्ते भी बंद हैं। लॉकडाउन और कर्फ्यू खुलने के बाद अपने कार्यालय में इस्तीफा देकर व सरकार से नियमानुसार अनुमति लेकर बहन रीमा नागर के साथ वापस अपने पैतृक शहर गाजियाबाद आऊंगी। हम आपके आशीर्वाद और साथ के आभारी रहेंगे।

अभी कहां है IAS रानी नागर ?

वीडियो में रानी ने अपनी बहन रीमा नागर और खुद की जान को खतरा भी बताया है । उन्होंने वीडियो में ये भी बताया कि दिसंबर 2019 से बहन के साथ चंडीगढ़ के सेक्टर-6 में मौजूद यूटी गेस्ट हाउस के कमरा नंबर 311 में किराए पर रह रही हैं । रीना ने वीडियो में दोनों बहनों की जान को खतरा बताते हुए एक मुकदमा संख्या भी बताई । इसे लेकर लोगों से अपील की है कि अगर उनके साथ कोई घटना होती है तो उनके मुकदमा संख्या के आधार पर पता लगाया जाए ।

रानी नागर के साथ क्या हुआ ?

बता दें कि रानी ने जून 2018 में पशुपालन विभाग में अतिरिक्त सचिव रहते एक अफसर पर उत्पीड़न के आरोप लगाए थे, जिसे लेकर वो सुर्खियों में आई थीं… जानकारी के मुताबिक रानी 14 नवंबर 2018 से अतिरिक्त निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता व 7 मार्च 2020 से निदेशक अर्काइव का जिम्मा संभाल रही हैं ।

बीएसपी प्रमुख मायावती ने क्या कहा ?

IAS रानी नागर का उत्पीड़न किये जाने पर रोष व्यक्त करते हुए बसपा सुप्रीमो ने दोषियों को कड़ी सजा दिए जाने की मांग की है । मायावती ने ट्वीट करके सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए कहा।उन्होंने लिखा,

यूपी के जिला गौतमबुद्धनगर की मूल निवासी व हरियाणा कैडर के 2014 बैच की आइएएस अधिकारी रानी नागर ने अपने कुछ उच्च अधिकारियों पर उत्पीडऩ व बहन सहित अपनी जान को खतरे के विरोध में अंतत: इस्तीफा देने की जो बात कही है, यह अति गंभीर मामला है। सरकार इसका तुरंत उचित संज्ञान ले। अनेक शिकायतों के बावजूद इस महिला आइएएस अधिकारी के खिलाफ जारी उत्पीडऩ मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए, यह बीएसपी की हरियाणा व केंद्र सरकार से मांग है।

गुर्जर समाज में आक्रोष

वहीं खेड़का विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक मदन भैया ने इस मामले को प्रमुखता से लेते हुए गुर्जर बिरादरी की रानी नागर के पक्ष में पीएम मोदी तक को चिट्ठी लिख दी । इस घटना को चंद्रशेखर आजाद,मदन भैया, अतुल प्रधान से जैसे नेताओं ने एक स्वर में शर्मनाक बताया है ।